डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 27 March 2021 शनिवार को चतुर्दशी तिथि 02:29:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
27 मार्च 2021 दिन-शनिवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:57:47
सूर्यास्तः- सायं 06:08:45
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- बसंत ऋतु
मासः- फाल्गुन माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- चतुर्दशी तिथि 02:29:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि
तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।
नक्षत्रः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र 19:52:42 तक तदोपरान्त उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं तथा उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं।
योगः- गंड 25:31:24 तक तदोपरान्त वृद्धि
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:17:00 A.M से 07:50:05 AM तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।
राहुकालः- आज का राहु काल 09:22:00 से 10:54:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”