डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 27 October 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 27 अक्टूबर, 2021 को षष्ठी तिथि 10:51:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि है। षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य देव हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में तैलीय चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि यात्रा, पितृ कर्म, मंगल कार्य आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

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27 अक्टूबर 2020 दिन- बुधवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:24:00
सूर्यास्तः- सायं 05:36:00
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- कार्तिक माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- षष्ठी तिथि 10:51:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि।
तिथि स्वामीः- षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य देव हैं।
नक्षत्रः- पुनर्वसु नक्षत्र 09:00:08 तक तदोपरान्त पुष्य नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं।
योगः- सिद्ध 26:07:17 तक तदोपरान्त साध्य
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:40:00 से 12:04:00 तक।
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- राहु काल 12:04:00 से 01:28:00 बजे तक।
तिथि का महत्वः- इस तिथि में तैलीय चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि यात्रा, पितृ कर्म, मंगल कार्य आदि के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”