डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 28 April 2021 बुधवार को प्रतिपदा तिथि 07:10:00 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि है। प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्मा देव जी हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। प्रतिपदा तिथि को विवाह, यात्रा, प्राण प्रतिष्ठा, गृह प्रदेश आदि मंगल कार्य के लिए यह तिथि अशुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
28 अप्रैल 2021 दिन - बुधवार का पंचाग प्रतिपदा /द्वितीया तिथि
सूर्योदयः- प्रातः 06:25:52
सूर्यास्तः- सायं 05:24:55
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- उत्तरायण
ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु
मासः- वैशाख माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- प्रतिपदा तिथि 07:10:00 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि
तिथि स्वामीः- प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्मा देव जी हैं।
नक्षत्रः- विशाखा 17:13:55 तक तदोपरान्त अनुराधा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- विशाखा तिथि के स्वामी गुरु देव हैं तथा अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि जी हैं।
योगः- व्यतिपात 15:50:15 तक तदोपरान्त वरियन
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:40:00 से 12:18:00 बजे तक
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 12:18:00 से 01:57:00 तक
तिथि का महत्वः- प्रतिपदा तिथि को विवाह, यात्रा, प्राण प्रतिष्ठा, गृह प्रदेश आदि मंगल कार्य के लिए यह तिथि अशुभ मानी गयी है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”