Dainik Panchang 29 Oct, 2020: आज शाम 3 बजकर 16 मिनट तक त्रयोदशी तिथि है जिसके स्‍वामी कामदेव हैं। इसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी जिसके स्‍वामी भगवान शिव हैं। गुरुवार को अगर दक्षिण दिशा में यात्रा करनी हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। यह तिथि अन्‍नप्राशन व गृहप्रवेश के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

29 अक्टूबर 2020 दिन-गुरुवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:09:47
सूर्यास्तः- सायं 05:13:25

विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- अश्विन शुद्ध माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- त्रयोदशी तिथि 15:16:48 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि
तिथि स्वामीः- त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं।
नक्षत्रः- उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र 12:00:09 तक तदोपरान्त रेवती नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं तथा रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं।
योगः- हर्षण 26:36:30 तक तदोपरान्त वज्र

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 12:11:00 से 01:40:00 तक
दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 01:17:00 से 10:41:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन नही खाना चाहिए यह तिथि चूड़ा क्रम, अन्नप्राशन, गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ है।
द्वारा: Astrologer Dr. Trilokinath

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