डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 3 March 2021 बुधवार को पंचमी तिथि 24:22:45 बजे तक तदोपरान्त षष्ठी तिथि है।पंचमी तिथि के स्वामी नागदेवता हैं तथा षष्ठी तिथि के स्वामी कार्तिकेय जी हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में खट्टी वस्तुओं को नही खाना चाहिए यह तिथि समस्त शुभ कार्यो के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
03 मार्च 2021 दिन-बुधवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:23:29
सूर्यास्तः- सायं 05:56:09
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- बसंत ऋतु
मासः- फाल्गुन माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
*तिथिः-" पंचमी तिथि 24:22:45 बजे तक तदोपरान्त षष्ठी तिथि
तिथि स्वामीः- पंचमी तिथि के स्वामी नागदेवता हैं तथा षष्ठी तिथि के स्वामी कार्तिकेय जी हैं।
नक्षत्रः- स्वाति नक्षत्र 25:36:22 बजे तक तदोपरान्त विशाखा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- हस्त नक्षत्र के स्वामी राहु देव जी हैं तथा विशाखा नक्षत्र के स्वामी गुरु देव जी हैं।
योगः- ध्रवु 26:39:35 बजे तक तदोपरान्त व्याघात
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 11:06:00 से 12:33:00 बजे तक
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 12:33:00 से 02:00:00 बजे तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में खट्टी वस्तुओं को नही खाना चाहिए यह तिथि समस्त शुभ कार्यो के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”