डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 3 March 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। 3 मार्च गुरुवार को प्रतिपदा तिथि 21:38:00 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि है। प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें

गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

03 मार्च 2022 दिन- गुरुवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:14:00

सूर्यास्तः- सायं 05:46:00

विशेषः- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- बसंत ऋतु

मासः- फाल्गुन माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- प्रतिपदा तिथि 21:38:00 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि

तिथि स्वामीः- प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तथा द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं।

नक्षत्रः- पूर्वा भाद्रपद 25:56:57 तक तदोपरान्त उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा भाद्रपद के स्वामी गुरु देव हैं तथा उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं।

योगः- साध्य 27:27:52 तदोपरान्त शुभ

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:39:00 A. M से 11:06:00 A.M तक

दिशाशूलः- गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।

राहुकालः- आज का राहु काल 02:00:00 P.M से 03:27:00 P.M तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में कद्दू नही खाना चाहिए यह तिथि प्राण प्रतिष्ठा, चूड़ा कर्म, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”