डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 3 September 2021: शुक्रवार 3 सितंबर को द्वादशी तिथि समस्त तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि है। द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
03 सितम्बर 2021 दिन- शुक्रवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 05:45:00
सूर्यास्तः- सायं 06:15:00
विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- भाद्र माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- द्वादशी तिथि समस्त तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि
तिथि स्वामीः- द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं।
नक्षत्रः- पुनर्वसु 03:35:00 तक तदोपरान्त पुष्य नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी गुरु जी हैं तथा पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं।
योगः- व्यतिपात 10:08:34 तक तदोपान्त वरियन
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:34:00 A.M से 09:10:00 A.M तक
दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 10:45:00 A.M से 12:20:00 P.M तक
तिथि का महत्वः- यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।
“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी, आप पंचाग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”