कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 31 Oct, 2020: शनिवार को पूर्णिमा तिथि 20:20:08 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि है। पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं।इस तिथि में घी नही खाना चाहिए यह तिथि रत्न धारण, शिल्प कार्य और आभूषण धारण करने के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
31 अक्टूबर 2020 दिन-शनिवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:11:06
सूर्यास्तः- सायं 05:11:55
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमन्त ऋतु
मासः- अश्विन शुद्ध माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- पूर्णिमा तिथि 20:20:08 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि
तिथि स्वामीः- पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं।
नक्षत्रः- अश्विन 17:58:16 तक तदोपरान्त भरणी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- अश्विन नक्षत्र के स्वामी केतु हैं तदोपरान्त भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र हैं।
योगः- सिद्धि 28:24:48 तक तदोपरान्त व्यतिपात
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:32:18 से 07:55:00 तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।
राहुकालः- आज का राहु काल 09:18:00 से 10:41:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में घी नही खाना चाहिए यह तिथि रत्न धारण, शिल्प कार्य और आभूषण धारण करने के लिए शुभ है।
हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।