डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 4 March 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। 4 मार्च शुक्रवार को द्वितीया तिथि 20:46:49 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि है। द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी मां पार्वती हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। इस तिथि में बैंगन और नींबू नही खाना चाहिए यह तिथि प्रतिष्ठा, यात्रा, विवाह, आभूषण आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

04 मार्च 2022 दिन- शुक्रवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 06:13:00
सूर्यास्तः- सायं 05:47:00
विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- बसंत ऋतु
मासः- फाल्गुन माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- द्वितीया तिथि 20:46:49 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि
तिथि स्वामीः- द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी मां पार्वती हैं।
नक्षत्रः- उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र 25:52:25 तक तदोपरान्त रेवती
नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं तथा रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी है।
योगः- शुभ 25:44:15 तक तदोपरान्त शुक्ल
दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:11:00 A.M से 09:38:00 A.M तक
राहुकालः- आज का राहु काल 11:05:00 A.M से 12:33:00 P. M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन और नींबू नही खाना चाहिए यह तिथि प्रतिष्ठा, यात्रा, विवाह, आभूषण आदि के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”