डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 5 August 2021 गुरूवार 5 अगस्त को द्वादशी तिथि 17:10:49 बजे तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि है। द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है । गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
05 अगस्त 2021 दिन- गुरूवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 05:26:00
सूर्यास्तः- सायं 06:34:00
विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- उत्तरायण
ऋतुः- वर्षा ऋतु
मासः- श्रवण माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- द्वादशी तिथि 17:10:49 बजे तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि
तिथि स्वामीः- द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं।
नक्षत्रः- आर्द्रा 30:37:02 तक तदोपरान्त पुनर्वसु नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु जी हैं तथा पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी गुरु देव जी हैं।
योगः- हर्षण 25:12:01 तक तदोपान्त वज्र
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:05:00 A.M से 10:46:00 A.M तक
दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 02:07:00 P.M से 03:48:00 P.M तक
तिथि का महत्वः- यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।
“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी, आप पंचाग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”