डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 5 May 2021 बुधवार को नवमी तिथि 01:24:00 तक तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा मई जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में लौकी या कद्दू नही खाना चाहिए व कोई भी मांगलिक कार्य करना वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

05 मई 2021 दिन- बुधवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 05:37:00

सूर्यास्तः- सायं 06:58:00

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयन: उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मास: ग्रीष्म माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- नवमी तिथि 01:24:00 तक तदोपरान्त दशमी तिथि

तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं।

नक्षत्रः- घनिष्ठा 09:11:34 तक तदोपरान्त शतभिषा नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- घनिष्ठा के स्वामी मंगल देव हैं तथा शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु देव हैं।

योगः- ब्रह्मा 07:35:00 तक तदोपरान्त इन्द्र

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:37:00 से 12:18:00 बजे तक

दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा मई जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकलें।

राहुकालः- राहु काल 12:18:00 से 01:58:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौकी या कद्दू नही खाना चाहिए व कोई भी मांगलिक कार्य करना वर्जित है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”