कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 6 Jan 2021: बुधवार को अष्टमी तिथि 26:07:45 तक तदोपरान्त नवमी है। अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा नवमी तिथि की स्वामिनि दुर्गा जी हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में नारियल नहीं खाना चाहिए तथा यह तिथि आभूषण, रत्न खरीदने और धारण करने के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
06 जनवरी 2021 दिन-बुधवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:52:04
सूर्यास्तः- सायं 05:15:26
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शीत ऋतु
मासः- पौष माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- अष्टमी तिथि 26:07:45 तक तदोपरान्त नवमी
तिथि स्वामीः- अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा नवमी तिथि की स्वामिनि दुर्गा जी हैं।
नक्षत्रः- हस्त 17:09:51 तक तदोपरान्त चित्रा
नक्षत्र स्वामीः- हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल है।
योगः- अतिगंड 24:11:35 तक तदोपरान्त सुकर्म
गुलिक कालः- शुभ गुलिक 11:08:00 से 12:26:00 तक
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- राहु काल 12:26:00 से 01:44:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में नारियल नहीं खाना चाहिए तथा यह तिथि आभूषण, रत्न खरीदने और धारण करने के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”
By Astrologer Dr. Trilokinath