डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 7 May 2021 शुक्रवार को एकादशी 03:34:00 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि है। एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं। आज के दिन शाम के समय घरके ईशान कोण या मंदिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन की प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। आज के दिन पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें। एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

07 मई 2021 दिन- शुक्रवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 05:35:00

सूर्यास्तः- सायं 06:59:09

विशेषः- आज के दिन शाम के समय घरके ईशान कोण या मंदिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन की प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- वैशाख माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- एकादशी 03:34:00 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि

तिथि स्वामीः- एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं।

नक्षत्रः- पूर्वा भाद्रपद 12:26:00तक तदोपरान्त उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं तथा उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं।

योगः- वैधृति 07:28:00 तक तदोपरान्त विषकुंभ

दिशाशूलः- आज के दिन पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खाकर निकलें।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 05:35:00 A.M से 07:15:00 A.M बजे तक।

राहुकालः- राहुकाल 08:56:00A.M से 10:37:00 A.M बजे तक।

तिथि का महत्वः- एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”