डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 7 September 2021: मंगलवार 7 सितंबर को अमावस्या तिथि 06:22:00 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि है। अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं। मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें। इस तिथि में कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। यह तिथि पितृ कार्य और शल्य क्रिया के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
07 सितम्बर 2021 दिन- मंगलवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 05:48:00
सूर्यास्तः- सायं 06:12:00
विशेषः- मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
अयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- भाद्र माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- अमावस्या तिथि 06:22:00 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि
तिथि स्वामीः- अमावस्या तिथि के स्वामी पित्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्निदेव हैं।
नक्षत्रः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र 17:05:37 तक तदोपरान्त उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव जी हैं तथा उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव जी हैं।
योगः- साध्य 26:19:56 तक तदोपरान्त शुभ
दिशाशूलः- आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 12:19:00 P.M से 01:53:00 P.M तक
राहुकालः- आज का राहुकाल 03:27:00 P.M से 05:01:00 P.M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में कांसे के पात्र में भोजन करना मना है। यह तिथि पितृ कार्य और शल्य क्रिया के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”