कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 17 Nov, 2020: मंगलवार द्वितीया तिथि 07:16:07 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि है।द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी माँ पार्वती हैं। आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

17 नवम्बर 2020 दिन-मंगलवार का पंचांग

सूर्योदयः- प्रातः 06:23:18

सूर्यास्तः- सायं 05:02:31

विशेषः- मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।

विक्रम संवतः- 2077

शक संवतः- 1942

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- हेमन्त ऋतु

मासः- कार्तिक माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- द्वितीया तिथि 07:16:07 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि

तिथि स्वामीः- द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी माँ पार्वती हैं।

नक्षत्रः- स्वाती नक्षत्र 08:52:25 तक तदोपरान्त ज्येष्ठा

नक्षत्र स्वामीः- स्वाती नक्षत्र के स्वामी राहु देव जी हैं तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी है।

योगः- प्रीति 17:12:06 तक तदोपरान्त सुकर्म

दिशाशूलः- आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 12:06:00 से 01:26:00 तक

राहुकालः- आज का राहु काल 02:46:00 से 04:06:00 तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन और नींबू नही खाना चाहिए यह तिथि प्रतिष्ठा, यात्रा, विवाह, आभूषण आदि के लिए शुभ है।

“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

By Astrologer Dr. Trilokinath