RANCHI:राजधानी के लिए गुरुवार का दिन दुर्भाग्य और अभिशाप के बीच दम घोंटता हुआ गुजरा। एक तरफ जहां पिछले 2 साल से गोंदा थानाक्षेत्र के एक डॉक्टर के घर काम कर रही 13 साल की माया(काल्पनिक नाम) ने आग में बुरी तरह जलकर दम तोड़ दिया वहीं दूसरी तरफ पिछले 8 माह से गर्भवती सपना (काल्पनिक नाम) ने रिम्स में एक बच्ची को जन्म दिया। सपना जहां इस बच्ची को अभिशाप मान रही है वहीं माया की मौत को दुर्भाग्य का जामा पहनाया जा चुका है। दिन भर दौड़ता रहा शहर तीन जिंदगियों की तबाही का मूक गवाह बनकर रह गया।

जिसे भाई कहा, वही करता रहा रेप

बाल कल्याण समिति को बयान देते हुए सपना ने बताया थाहम बिहार के बक्सर की रहनेवाली हैं। मेरे साथ आठ माह तक दुष्कर्म किया जाता रहा। जनवरी 2019 में बक्सर में घर पर मां से झगड़ा कर भागी और ट्रेन से हटिया रेलवे स्टेशन आ गयी। वहां प्रोजेक्ट भवन के समीप होटल चलाने वाला बजरंग मिला। बेटी की तरह रखने का वादा कर मुझे बजरंग अपने घर ले गया। एक रात सोयी हुई थी तो बजरंग का बेटा मुन्ना आया और डरा-धमकाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया। जान का डर और मारपीट का भय दिखाकर मुन्ना आये दिन मेरे साथ दुष्कर्म करता रहा। इसी बीच मैं गर्भवती हो गई। दोनों बाप बेटा मुझे जान से मारने की कोशिश में थे लेकिन किसी तरह जान बचाकर 5 अगस्त को मैं भागकर जगन्नाथपुर थाना पहुंची। पुलिस ने दोनों बाप बेटा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सपना कहती है कि जेल में तो बजरंग और मुन्ना बंद हैं लेकिन सजा मुझे और मेरी बेटी को मिली है।

डायटिशियन के घर जल गई माया, मौत

गांधी नगर अस्पताल में डायटिशियन के पद पर कार्यरत सोमा मिका दास के घर पर पिछले 2 साल से रह रही माया बुधवार को आग में बुरी तरह जल गई। बुधवार की देर रात 3 बजे के करीब देवकमल अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मोहल्ले वालों का कहना है कि माया वहां नौकरानी बनकर रह रही थी लेकिन डाक्टर सोमा और माया के पिता जिनका नाम ही डाक्टर बाउरी है दोनों का कहना है कि माया को वहां पढ़ने लिखने के लिए रखा गया था। हालांकि, पिछले दो साल से माया किस स्कूल में पढ़ाई कर रही थी, इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गयी है।

वर्जन

छोटी-छोटी बच्चियों के साथ ऐसी दुर्घटनाओं से मन टूट जाता है। हमारा प्रयास रहता है कि बच्चियों को कानून से न्याय मिले, लेकिन बड़ा अफसोस होता है कि समाज कब जागेगा। ऐसी घटनाएं पूरे समाज को शर्मिदा करती हैं।

रूपा वर्मा, चेयरपर्सन, बाल कल्याण समिति