सीएम आदित्यनाथ योगी ने 15 जून तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का दिया है आदेश

इलाहाबाद की सड़कें तो दूर गलियां तक खोद कर छोड़ दी गई हैं, सालभर से परेशान हैं लोग

सरकार से डरे अधिकारियों ने दबाव डाला तो ठेकेदारों ने काम बंद करने की चेतावनी

ठेकेदारों का दर्द, जब मार्केट में बालू नहीं मिल रहा है तो आखिर कैसे पूरा करें काम

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: सूबे के मुखिया आदित्यनाथ योगी ने लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, डेवलपमेंट अथॉरिटी, यूपीएसआईडीसी के साथ ही सभी विभागों के अधिकारियों को 15 जून तक हर हाल में सड़कों की मरम्मत और उन्हें दुरूस्त करने का आदेश दिया है। योगी सरकार का ये टार्गेट फिलहाल इलाहाबाद में 'मिशन इम्पॉसिबल' सा लग रहा है। क्योंकि सिविल लाइंस और वीआईपी एरिया को छोड़ दिया जाए तो पूरे शहर की सड़कें तो दूर गलियां तक खुदी पड़ी हैं।

सालभर से झेला रहे, दो माह में क्या कर लेंगे?

प्रयाग में करीब डेढ़ वर्ष से सीवर लाईन बिछाने का काम चल रहा है। इसके लिए सड़कों और गलियों को खोदा जा रहा है। खोदाई के बाद सड़कों की मरम्मत में जबर्दस्त लापरवाही बरती जा रही है। पुराने शहर के दरियाबाद, मीरापुर, अतरसुईया, मुट्ठीगंज, करेली के अलावा राजापुर आदि एरिया सड़कों और गलियों को खोद कर छोड़ दिया गया है।

ठेकेदार बोले, नहीं कर सकते काम

योगी सरकार का आदेश जारी होने के बाद गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अधिकारियों ने काम कर रही एजेंसी पर जल्द काम पूरा करने और सड़कों की मरम्मत का आदेश दिया तो ठेकेदारों ने काम करने से ही मना कर दिया। ठेकेदारों ने अधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है कि वे आगे काम नहीं कर सकते, क्योंकि सीवर लाइन बिछाने और फिर मरम्मत के लिए बालू नहीं मिल रहा। रोड की मरम्मत के लिए बालू का इस्तेमाल जरूरी है। जहां-जहां सड़कें खोदी गई हैं, वहां कई रोड आरसीसी वाली हैं।

मिर्जापुर-इलाहाबाद रोड

शहर की सड़कों की हालत तो खराब है ही राजमार्ग खोद दिए गए हैं। इलाहाबाद से मिर्जापुर राजमार्ग की बात करें तो मेजा रोड से लेकर विंध्याचल तक पूरी सड़क गड्डे में तब्दील है। इतने कम समय में रोड की मरम्मत करा पाना बहुत मुश्किल है।

प्रेशर में नई परत बिछाने की तैयारी

योगी सरकार के आदेश को लेकर एडीए, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट जबर्दस्त प्रेशर में हैं। सरकार का गुस्सा न बरसे इसलिए अधिकारियों ने जर्जर व गड्डे वाली सड़कों को चिन्हित कर नई परत बिछाने की तैयारी कर ली है। जबकि परत बिछाने से पहले रोड को खोदकर उस पर नए सिरे से बोल्डर बिछाकर सड़क बिछानी चाहिए।

जो सड़कें पहले से खुदी पड़ी हैं। उनकी मरम्मत कराई जा रही है। इन्हें 15 जून तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। बालू की सप्लाई ठप होने की वजह से ठेकेदारों ने काम करने से मना कर दिया है। बालू नहीं मिलेगा तो सीवर लाइन नहीं बिछाई जा सकेगी। रोड की मरम्मत भी नहीं हो पाएगी।

अजेय रस्तोगी, जीएम, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई