निर्माण को स्मारक प्राधिकरण से मिली सैद्धांतिक मंजूरी, विश्वनाथ धाम का बनेगा हेल्प डेस्क

VARANASI

दशाश्वमेध प्लाजा के निर्माण को राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण ने सैद्धांतिक रूप से हरी झंडी दे दी है। अब इसका निर्माण वीडीए स्मार्ट सिटी योजना के पैसे से कराएगा। इसके लिए वीडीए ने स्मार्ट सिटी लिमिटेड को पत्र भेजकर योजना के क्रियान्वयन के लिए 22 करोड़ रुपये की डिमांड की है।

हाईकोर्ट ने लगा दी थी रोक

दशाश्वमेध घाट स्थित साइकिल स्टैंड वीडीए की जमीन है। यहां कुछ निर्माण भी वीडीए ने कई साल पहले कराया था, लेकिन गंगा के 200 मीटर के दायरे में होने के कारण हाईकोर्ट ने निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया, जिससे वहां वीडीए को निर्माण कार्य रोकना पड़ा। वीडीए ने अपने प्लान में बदलाव करते हुए दशाश्वमेध घाट की जमीन पर प्लाजा बनाने का निर्णय लिया और इसके लिए हाईकोर्ट में अर्जी दी। चूंकि वहां से कुछ दूरी पर ही मान मंदिर घाट पर वेदशाला है जो पुरातत्व घोषित है। इसलिए राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण से यहां निर्माण कराने के लिए एनओसी मांगी गई। वीडीए बोर्ड ने बोर्ड बैठक में दशाश्वमेध प्लाजा निर्माण के लिए प्रस्ताव रखा। वीडीए वीसी राहुल पांडेय ने बताया कि 28 फरवरी को राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण की बैठक में सैद्धांतिक मंजूरी मिली है, लेकिन उसका अधिकृत पेपर अभी आना बाकी है।

तीन मंजिल का होगा निर्माण

दशाश्वमेध प्लाजा तीन मंजिल होगा। 22 करोड़ से ग्राउंड फ्लोर पर दुकानें व शॉपिंग काम्प्लेक्स बनाये जाएंगे। दूसरे मंजिल पर श्री काशी विश्वनाथ धाम का हेल्प डेस्क व टूरिस्ट कम्यूनिकेशन सेंटर बनेगा। तीसरे मंजिल पर वेस्पा, स्ट्रीट लाइट के अलावा फूड सेंटर का निर्माण किया जाएगा।