27 सितंबर से पुराने नियमानुसार ही गाडि़यों की फिटनेस होगी

स्पीड गवर्नर का डाटा नहीं हो सका था ऑनलाइन फीड

13 सितंबर से नही हो रही थी गाडि़यों की फिटनेस

1200 से अधिक वाहनों की फिटनेस पिछले दो सप्ताह से जारी नही हो सकी

Meerut। मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन के बाद यातायात व्यवस्था सुधारने के बदलाव अब वाहन चालकों के साथ खुद परिवहन विभाग की परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। स्पीड गवर्नर का डाटा ऑनलाइन फीड करने के नए आदेश के चलते पिछले 12 दिनों से जिले की हजारों गाडि़यों की फिटनेस रूकी हुई है। स्पीड गवर्नर का डाटा परिवहन विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन फीड नहीं हो पा रहा है ऐसे में आरटीओ कार्यालय में आने वाली गाडि़यों को फिटनेस सर्टिफिकेट भी जारी नही हो रहे हैं। इसके चलते बिना फिटनेस सैकड़ों गाडि़यों का संचालन थम गया है।

ऑनलाइन फीड होना था डाटा

गौरतलब है कि अभी तक गाडि़यों में स्पीड गवर्नर की डिटेल विक्रेता एजेंसी द्वारा परिवहन विभाग को नहीं भेजी जाती थी। जिसके चलते वाहन मालिक अपनी मर्जी से स्पीड गवर्नर में हेर फेर कर उसकी स्पीड लिमिट में बदलाव या खराब स्पीड गवर्नर दिखाकर फिटनेस ले लेते थे, लेकिन सितंबर माह की शुरुआत में इस नियम में बदलाव करते हुए वाहन विक्रेता एजेंसी को यह जिम्मेदारी दे दी गई है कि गाड़ी की डिलीवरी देने से पहले गाड़ी की डिटेल के साथ स्पीड गवर्नर की डिटेल भी ऑनलाइन फीड करनी होगी। इसमें स्पीड गवर्नर का नंबर, कोड, निर्माता कंपनी का नाम, स्पीड लिमिट सभी डिटेल फीड होगी। इस नियम के लागू होते ही विक्रेता एजेंसी ने तो स्पीड गवर्नर का डाटा ऑनलाइन फीड करना शुरु कर दिया लेकिन विभाग की वेबसाइट पर वह डाटा अपडेट नही सका।

वाहनों की फिटनेस रुकी

स्पीड गवर्नर का डाटा ऑनलाइन फीड हो जाने के बाद फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए आरटीओ कार्यालय पहुंचने के बाद स्पीड गवर्नर की ऑनलाइन डिटेल क्रॉस चेक की जानी थी, लेकिन वेबसाइट पर डाटा अपडेट ना हो पाने के कारण स्पीड गवर्नर की डिटेल क्रॉस चेक नहीं हो पा रही है, जिस कारण से 13 सितंबर से आरटीओ कार्यालय में आने वाले वाहनों की फिटनेस नही हो रही है। ऐसे करीब 12 सौ से अधिक वाहनों की फिटनेस पिछले दो सप्ताह से जारी नही हो सकी है।

27 सितंबर से जारी होगी फिटनेस

सॉफ्टवेयर में आ रही इस परेशानी का निस्तारण ना होने के बाद अब परिवहन विभाग ने स्पीड गवर्नर की डिटेल ऑनलाइन करने के नियम को ही कैंसिल कर दिया है। यानि की अब 27 सितंबर के बाद से पुराने नियमानुसार ही गाडि़यों की फिटनेस होगी और सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।

क्या है स्पीड गवर्नर

स्पीड गवर्नर वाहनों की गति को कंट्रोल करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इस डिवाइस को वाहनों में इंजन के साथ लगाया जाता है। स्पीड गवर्नर लगाने के बाद वाहन की गति नियंत्रित हो जाती है। तय गति से ज्यादा वाहनों को नहीं चलाया जा सकता है।

स्पीड गवर्नर का डाटा वेबसाइट पर ऑनलाइन अपडेट नही हो पा रहा था, जिस कारण से फिटनेस भी जारी नही रही थी लेकिन अब पुरानी व्यवस्था के तहत ही फिटनेस जारी की जाएगी।

सीएल निगम, आरआई