- 69000 शिक्षक भर्ती के काउसलिंग के आवेदन के लिए 28 मई की रात 12 बजे तक मिला मौका

बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापक के 69000 पदों पर होने वाली भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की डेट दो दिन बढ़ा दी गई है। शासन की ओर से ऑनलाइन आवेदन के लिए अभ्यर्थियों को अब 28 मई की रात 12 बजे तक का मौका दिया गया है। अभी तक ऑनलाइन आवेदन की लास्ट डेट 26 मई की रात 12 बजे तक था। मंगलवार की शाम ऑनलाइन आवेदन की डेट बढ़ाने को लेकर आदेश जारी कर दिया गया है।

एक दिन पहले ही मोबाइल नम्बर संशोधन का मिला था मौका

सूबे में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के लिए चल रहे ऑनलाइन आवेदन के दौरान बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की ओर से शिकायत दर्ज करायी गई थी कि उनका मोबाइल नम्बर बदल गया था। ऐसे में अभ्यर्थियों ने मोबाइल नम्बर में संशोधन का आप्शन मांगा था। सोमवार को शासन ने मोबाइल नम्बर में संशोधन का अवसर दिया था। ऐसे में अभ्यर्थियों के पास मोबाइल संशोधन करने के बाद ऑनलाइन आवेदन के लिए एक दिन का ही समय मिला था। इसी को देखते हुए शासन की ओर से उन्हें दो दिन का अतिरिक्त समय दिया गया है।

69000 शिक्षक भर्ती मामले में आज होगी सुनवाई

बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों के लिए 69000 शिक्षक भर्ती का रिजल्ट घोषित होने के बाद प्रश्नों के उत्तर विकल्प गलत होने का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट भी पहुंच गया है। एक या दो अंक से पीछे रह गये सैकड़ों अभ्यर्थियों ने कोर्ट की शरण ली है। अमरेंद्र कुमार सिंह व 706 अन्य, मनोज कुमार यादव व 36 अन्य, अंशुल सिंह व 29 अन्य, सुनीता व 35 अन्य की याचिकाओं की सुनवाई 27 मई बुधवार को होगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस प्रकाश पाडिया की पीठ के समक्ष याचिकाएं सुनवाई के लिए लगायी गयी है। याचियों का कहना है कि कई प्रश्नों के उत्तर विकल्प गलत होने के कारण सही जवाब देने के बावजूद उन्हें मेरिट में स्थान नहीं दिया गया। वहीं, गलत उत्तर देने वालों को चयनित कर दिया गया है। याचिकाओं में गलत उत्तर वाले प्रश्न हटाकर नए सिरे से मेरिट लिस्ट बनाई जाय। साथ ही घोषित रिजल्ट को रद किया जाय। याचिकाओं में अन्य कानूनी मुद्दे भी उठाये गये हैं। ज्ञात हो कि लखनऊ खंडपीठ में भी प्रश्नों के गलत जवाब प्रकरण की सुनवाई चल रही है, वहां 28 मई को कोर्ट सुनवाई करेगी।

लॉकडाउन ने बढ़ा दी काउंसिलिंग की टेंशन

- कई कैंडिडेट्स को अभी तक यूनिवर्सिटी से नहीं मिला है सर्टिफिकेट

- लॉक डाउन के कारण बड़ी संख्या में दूसरे शहरों और प्रदेशों में फंसे है अभ्यर्थी

69 हजार शिक्षक भर्ती के लिए काउंसलिंग की आवेदन के लिए अब 28 मई रात 12 बजे तक का समय दे दिया गया है। वहीं 3 से 6 जून के बीच काउंसलिंग होनी है, पर काउंसलिंग को लेकर अभ्यर्थियों में टेंशन है, क्योंकि कई अभ्यर्थी को अपने सर्टिफिकेट नहीं मिले हैं। लॉकडाउन की वजह से यूनिवर्सिटी बंद चल रहा है। वहीं कई ऐसे भी आवेदनकर्ता हैं, लॉकडाउन की वजह से दूसरे जिलों एवं प्रदेशों में फंसे हैं। चूंकि काउंसलिंग की डेट नजदीक है। अब इनको काउंसलिंग जिले में पहुंचने की चिंता सता रही है। इन अभ्यर्थियों की मांग है कि उनकी परेशानी को गौर करते हुए सरकार ऐसे अभ्यर्थियों की प्रॉब्लम को गौर करें और उन्हें काउंसिलिंग में भाग लेने की परमिशन दी जाय।

दूसरे प्रदेश में फंसे है अभ्यर्थी कैसे पहुंचेंगे

दीप्ति सिंह बताती है कि अभी लॉकडाउन की वजह से नोएडा में फंसी है, पर उनके पसंदीदा जिला सिद्धार्थनगर में काउंसिलिंग के लिए कालिंग हुई तो वह वहां कैसे पहुंचेंगी। वहीं चन्दा यादव ने बताया कि वह रिलेटिव के यहां भोपाल आयी थीं, पर लॉकडाउन की वजह से फंस गई हैं। इसी प्रकार कई अन्य अभ्यर्थियों ने भी अपनी समस्याएं बतायी। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ऐसे अभ्यर्थियों के आवंटित जिले तक जाने के लिए कोई पास निर्गत कर दे। जिससे वह आसानी से जिले तक पहुंच सके और काउंसलिंग में शामिल हो सके।

डाक्यूमेंट ही नहीं पास, तो कैसे कराएंगे काउंसलिंग

बड़ी संख्या ऐसे अभ्यर्थियों की भी है, जिनके डॉक्यूमेंट या तो उनके घर पर रखे हुए हैं या फिर किसी दूसरे प्रदेश में है। शिव मोहन ने बताया कि उनका दसवी, 12वीं, बीएससी के मूल अभिलेख पुणे में है। वहीं हर्षित अवस्थी बताते है कि यूनिवर्सिटी और कालेज बंद है। तो ऐसे में टीईटी अंकपत्र, बीटीसी और बीएड मूल प्रमाण पत्र व उपाधि लेने में समस्या हो रही है।

बीटीसी व बीएड का मूल प्रमाण पत्र अभी तक नहीं मिला है। ऐसे में काउंसलिंग में शामिल होने में दिक्कत होगी। विभाग इस तरफ भी थोड़ा ध्यान दे।

हर्षित अवस्थी

- इस समय नोएडा में है। ऐसे में सरकार को अलग से पास निर्गत करना चाहिये। जिससे आसानी से काउंसिलिंग में शामिल हो सके।

दीप्ति सिंह, नोएडा

- लॉकडाउन की वजह से भोपाल में फंसे हैं। ऐसे में काउंसिलिंग कराने वाले ऐसे अभ्यर्थियां के लिए पास जारी करना चाहिये।

चन्दा यादव

- ओरिजनल सर्टिफिकेट मेरा पुणे में है। अब टेंशन है कि वहां से कैसे डाक्यूमेंट लाया जाय, ताकि काउंसिलिंग में कोई प्रॉब्लम न हो।

शिव मोहन