नई दिल्ली (पीटीआई)। दिल्ली की आबकारी नीति में घोटाला मामले में सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली आबकारी नीति पूरी पारदर्शिता के साथ लागू की गई थी और कोई घोटाला नहीं किया गया था। सिसोदिया ने कहा कि वे अरविंद केजरीवाल को रोकना चाहते हैं जिनके शिक्षा और स्वास्थ्य पर काम की दुनिया में चर्चा हो रही है। इससे पहले सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति मामले को लेकर एफआईआर दर्ज करने के बाद शुक्रवार सुबह सिसोदिया और आईएएस अधिकारी अरवा गोपी कृष्ण के अलावा 19 अन्य स्थानों पर छापेमारी की।

सीबीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं

दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं अपने परिवार को कोई असुविधा नहीं पहुंचाने के लिए सीबीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं। वे अच्छे अधिकारी हैं लेकिन उन्हें ऊपर से छापेमारी करने का आदेश मिला है। सिसोदिया ने दावा किया कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उनकी चिंता अरविंद केजरीवाल हैं जिन्होंने इस देश के लोगों का प्यार हासिल किया है खासकर पंजाब चुनाव में। केजरीवाल एक राष्ट्रीय विकल्प के रूप में उभरे हैं। सिसोदिया ने कहा कि उन्हें आबकारी नीति में किसी घोटाले की चिंता नहीं है।

अच्छे कामों को रोकना चाहते हैं

सिसोदिया ने प्रेस कान्फ्रेंस में दावा किया कि विपक्ष शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रहे अच्छे कामों को रोकना चाहता है। उन्होंने पहले स्वास्थ्य विभाग का प्रभार संभाल रहे सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया और अगले कुछ दिनों में मुझे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सिसोदिया ने आबकारी नीति 2021-22 को सर्वश्रेष्ठ नीति करार दिया, और कहा कि इसके काम करने के तरीके में कोई गलत काम नहीं बल्कि केजरीवाल को डराने की साजिश थी। सिसोदिया ने आगे कहा कि यह प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता जिसे जनादेश मिला है। केजरीवाल अच्छा काम करने वालों की सराहना करते हैं लेकिन मोदी केवल राज्य सरकारों को गिराने का सपना देखते हैं और अच्छा काम करने वालों को निशाना बनाने के लिए सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करते हैं।

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