-तेज हुई ज्वाइंट एंट्रेंस की तैयारी, काउंसिलिंग के लिए बनी कमेटी

- प्रो। सुधीर कुमार श्रीवास्तव बने कमेटी के संयोजक, चार और मेंबर शामिल

- ऑनलाइन काउंसिलिंग के लिए जरूरी प्रोफॉर्मा तैयार करने की जिम्मेदारी

प्रो। सुधीर बने संयोजक
यूनिवर्सिटी में ज्वाइंट एंट्रेंस के लिए ऑनलाइन तैयारियां चल ही रही है। इसमें स्टूडेंट्स के लिए फॉर्म का फॉर्मेट तैयार किया जा रहा है, वहीं दूसरे रूल्स एंड रेग्युलेशन भी तय किए जा रहे हैं। काउंसिलिंग के लिए गणित व सांख्यिकी विभाग के प्रोफेसर सुधीर कुमार श्रीवास्तव को कमेटी का संयोजक बनाया गया है, जबकि इसकी विभाग के प्रोफेसर विजय कुमार, इतिहास के प्रोफेसर हिमांशु चतुर्वेदी, जूलॉजी के डॉक्टर विनय कुमार सिंह और कंप्यूटर सेंटर के डॉक्टर एसएन पांडेय को इसका मेंबर बनाया गया है।

एक बार भरना होगा फॉर्म
गोरखपुर यूनिवर्सिटी के साथ ही एफिलिएटेड कॉलेजेज में एडमिशन के लिए अब तक स्टूडेंट्स को अलग-अलग फॉर्म भरना पड़ता था। इसके लिए उन्हें अलग-अलग पैसे भी खर्च करने पड़ते थे। कहीं न कहीं एडमिशन हो जाए, इसके लिए स्टूडेंट्स एक साथ कई कॉलेजेज के फॉर्म भरते थे, जिससे उनका साल वेस्ट न हो। स्टूडेंट्स की इस परमनेंट प्रॉब्लम के सॉल्युशन के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने प्राचार्य परिषद की मांग पर कॉमन एंट्रेंस कराने की तैयारी शुरू कर दी है। अब स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना हो या फिर एफिलिएटेड कॉलेज में, उन्हें सिर्फ एक फॉर्म भरना होगा और फॉर्म के लिए एक बार ही पैसे अदा करने होंगे।
250 कॉलेज का सिंगल गेट,ताकि एडमिशन में न हो पेंच

बीएड की तर्ज पर काउंसिलिंग
यूनिवर्सिटी में होने वाली इस एडमिशन प्रॉसेस में स्टूडेंट्स फॉर्म भरने के बाद यूनिवर्सिटी की ओर से ऑर्गनाइज होने वाले एंट्रेंस में शामिल होगा। इसमें उनकी जो भी रैंक आएगी, उसके हिसाब से उन्हें काउंसिलिंग के लिए मौका मिलेगा। पहले काउंसिलिंग करने वाले स्टूडेंट्स मेरिट के अकॉर्डिग जो भी च्वॉयस लॉक करते हैं, उन्हें उस कॉलेज का एलॉटमेंट किया जाएगा। इससे एक तरफ जहां कॉलेज में सीट खत्म होने का डर खत्म हो जाएगा, वहीं स्टूडेंट्स को अपने मनचाहे कॉलेज में आसानी से एडमिशन मिल जाएगा। इतना ही नहीं जिन कॉलेजेज में एडमिशन के लिए लंबी लाइने लगती हैं, वहां टैलेंटेड स्टूडेंट्स को आसानी से एंट्री भी मिल जाएगी।

काउंसिलिंग के लिए कमेटी बनाई गई
इस संबंध में  डीडीयूजीय रजिस्ट्रार शत्रोहन वैश्य का कहना है कि यूनिवर्सिटी के कॉमन एंट्रेंस के बाद होने वाली काउंसिलिंग के लिए कमेटी बनाई गई है। यह सभी जरूरी इंफॉर्मेशन कलेक्ट करने के बाद प्रोफॉर्मा और बाकी चीजें तय करेगी।