- डीडीयूजीयू ने लास्ट इयर के लिए गंभीर

-फ‌र्स्ट इयर और सेकेंड इयर के लिए नहीं बता रहे रास्ता

-स्टूडेंट की उलझन, प्रोफेसर परेशान

<- डीडीयूजीयू ने लास्ट इयर के लिए गंभीर

-फ‌र्स्ट इयर और सेकेंड इयर के लिए नहीं बता रहे रास्ता

-स्टूडेंट की उलझन, प्रोफेसर परेशान

GORAKHPUR: GORAKHPUR: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के एग्जाम लॉकडाउन के पेंच में फंस गए। गोरखपुर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने ग्रेजुएशन और पीजी के लास्ट इयर एग्जाम के लिए तो ग्रीन सिग्नल दे दिया लेकिन फ‌र्स्ट इयर और सेकेंड इयर के एग्जाम के लिए कोई इशारा नहीं किया। इस वजह से फ‌र्स्ट इयर और सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स सस्पेंस में फंसे हुए हैं। वहीं यूजीसी फ‌र्स्ट इयर और सेकेंड इयर स्टूडेंट्स को बिना एग्जाम कराए प्रमोट करने का सुझाव दे चुका है। इसके बावजूद यूनिवर्सिटी प्रशासन कोई डिसिजन नहीं ले पा रहा। जिससे स्टूडेंट्स के अंदर पढें या आगे बढें ये सस्पेंस बना हुआ है।

स्टूडेंट्स को फैसले का इंतजार

ग्रेजुएशन या पीजी के फ‌र्स्ट इयर और सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स डेली यूनिवर्सिटी की वेबसाइट चेक कर रहे हैं। साथ ही प्रोफेसर और अन्य संबंधितों से भी बार-बार इस बारे में पूछ रहे हैं कि आखिर हम लोगों का क्या होगा। सभी स्टूडेंट्स को बेसब्री से यूनिवर्सिटी प्रशासन के फैसले का इंतजार है। जबकि डीडीयू प्रशासन इस संबंध में शासन के डिसिजन का वेट कर रहा है। इस बारे में डीडीयू कुलसचिव डॉ। ओमप्रकाश ने बताया कि लास्ट इयर के एग्जाम को लेकर चर्चा हुई थी। लेकिन जो भी एग्जाम कराने की डेट क्लीयर होगी वो लॉकडाउन के बाद ही संभव है। इसके पहले कुछ भी कह पाना मुश्किल है। लॉकडाउन ब् के बाद क्या होगा इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।

ऑनलाइन शुरू हो चुकी है पढ़ाई

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। कई सब्जेक्ट्स के प्रोफेसर कंटेंट तैयार कर उसका वीडियो लिंक पर डाल रहे हैं। जिसे देखकर स्टूडेंट पढ़ और समझ रहे हैं। ऐसे में जिन स्टूडेंट के एग्जाम अभी बाकी हैं उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि आखिर वो किस चीज की पढ़ाई करें। वहीं कई स्टूडेंट जो अपने गांव लौट चुके हैं, वो डेली किसी ना किसी को कॉल करके एग्जाम की डेट पूछते रहते हैं। जिन बच्चों ने दिन रात मेहनत करके अच्छे नंबर पाने की कोशिश की थी उन्हें लग रहा है कि प्रमोट करने पर कहीं रिजल्ट खराब ना हो जाए। इस हाल में उनकी रात की नींद उड़ी हुई है।

कोट्स

फ‌र्स्ट इयर में अच्छे मॉक्स से पास हुआ था। सेकेंड इयर की भी तैयारी अच्छी है। लॉकडाउन लगने के बाद भी अपनी तैयारी कर रहा था। लेकिन इधर प्रमोट करने की बात पता चली तो अब पढने का मन ही नहीं कर रहा है। डर भी लग रहा है कि अचानक एग्जाम ना हो जाए।

रजनीकांत, बीए सेकेंड इयर

इंटर में अच्छे मॉ‌र्क्स मिले थे। इस बार कॉलेज में पहली बार एग्जाम देने का मौका मिला तो कोराना वायरस आ गया। जिसकी वजह से एग्जाम पर ही ग्रहण लग गया है। मैं डेली अपनी पढ़ाई करती हूं। लेकिन एग्जाम कब होगा इसकी टेंशन लगी रहती है।

सीमा गौड़, बीए फ‌र्स्ट इयर

एग्जाम की तलवार सिर पर लटकी रहे तो कुछ और नहीं हो पाता है। खूब मेहनत की थी एग्जाम पर ब्रेक लग गया। एग्जाम की तैयारी कर रहा हूं। लेकिन ये अचानक से एग्जाम की डेट क्लीयर होगी तो थोड़ी परेशानी जरूर होगी।

राहुल यादव, बीए सेकेंड इयर

खूब पढ़ा और एग्जाम नहीं हुआ। लॉकडाउन की वजह से सबकुछ बंद हो गया। अब डर लग रहा है कि एग्जाम की डेट आई तो कहीं जो पढ़ाई की थी वो भूल ना जाऊं। इसलिए जितनी जल्दी हो सके इस पर यूनिवर्सिटी प्रशासन को डिसिजन लेना चाहिए।

शुभम, बीए फ‌र्स्ट इयर

वर्जन

लास्ट इयर के एग्जाम के लिए बीच में विचार विमर्श हुआ था। लेकिन लॉकडाउन एक बार फिर और आगे बढ़ गया। जब तक लॉकडाउन की स्थिति रहेगी तब तक एग्जाम नहीं हो सकता है। कोरोना जैसी बीमारी को हम हल्के में नहीं ले सकते हैं।

- डॉ। ओमप्रकाश, कुलसचिव, डीडीयूजीयू