दो छात्राओं समेत चार जिंदा दफन, बारिश के पानी में डूबा एक मासूम

LUCKNOW (3 Aug): शहर में करीब एक हफ्ते से हो रही मूसलाधार बारिश शुक्रवार को लखनवाइट्स के लिए काल बनकर बरसी। मूसलाधार बारिश से शहर के अलग-अलग इलाके में दो जर्जर मकान और दीवार ढहने से चार जिंदगियां जिंदा दफन हो गई, जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए, मरने वालों में दो छात्राएं भी शामिल हैं.कैबिनेट मंत्री डॉ। रीता बहुगुणा जोशी, मेयर और डीएम कौशलराज शर्मा ने मौके पर पहुंच कर मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी और मातहतों को आवश्यक निर्देश दिये। मकान ढहने से मरने वालों के परिजनों को चार-चार का मुआवजे का चेक शासन को सौंप दिया है। वही दूसरी ओर, पारा इलाके में खेलते समय खाली प्लॉट में भरे पानी में डूबकर सात साल के मासूम की मौत हो गई।

हादसा 1

नाका का गणेशगंज

समय- सुबह 8.35 बजे

मां -बेटी पर ढहा मकान, बेटी की मौत

नाका के गणेशगंज तिवारी लेन में सिक्योरिटी गार्ड सर्वेश मिश्र का पुश्तैनी मकान है। वर्षो पुराना मकान पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। सर्वेश के मकान में दो किरायेदार भी रहते हैं। कई दिनों से हो रही बारिश के चलते मकान की हालत और जर्जर हो गई थी। सर्वेश के परिवार में उनकी पत्नी सरिता, बेटी ज्योति (20), महक (15), आशी (14) और बेटा गौरव (12) हैं। सुबह 8 बजे बेटा गौरव स्कूल गया था जबकि बेटी महक और ज्योति मकान के पिछले हिस्से में थी। सर्वेश की पत्नी सरिता और बेटी आशी मकान के अगले हिस्से में मौजूद थे। सुबह 8.35 बजे मकान का अगला हिस्सा ढह गया। इससे इस हिस्से में मौजूद सरिता और आशी मलबे के नीचे दब गई। आसपास के लोग मदद के लिए दौड़ और मलबे में सरिता और आशी को निकालने की कवायद शुरू की गई। सूचना पर नाका पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने लोगों की मदद से सरिता और आशी को मलबे से बाहर निकाला और इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया जहां से आशी को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर भेज दिया। ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान आशी की मौत हो गई। मकान ढहने से घर में रखी सारी गृहस्थी मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं गली में खड़ी पड़ोसी बृजेश मिश्रा की बाइक भी मलबे में दबने से टूट गई।

हादसा 2

हुसैनगंज उदयगंज मुरली नगर

टाइम - दोपहर 11.45 बजे

मकान के मलबे थम गई दो की सांसें

हुसैनगंज के मुरलीनगर स्थित शीशे वाली मस्जिद के पीछे रईस मियां का वर्षो पुराना मकान है जो पूरी तरह जर्जर हो चुका है। इस मकान में मोहर्रम अली के बेटे कलीम और राजू का परिवार किराए पर रहता है। मकान में बहराइच निवासी नदीम, चांद बाबू, शहाबुद्दीन उर्फ किन्नू, इम्तियाज और अभिषेक भी रहते हैं। सभी हुसैनगंज इलाके में अड्डा रोल और कबाब पराठे की दुकान लगाते हैं। नदीम की दुकान पर शाहबुद्दीन (28) उर्फ किन्नू और इम्तियाज (24) कारीगर हैं। सुबह ठेला लगाने के लिए सामान की व्यवस्था की जा रही थी। अचानक जर्जर मकान ताश के पत्तों की तरह ढह गया। मलबे में नदीम, चांद बाबू, अभिषेक, किन्नू और इम्तियाज दब गए। अफरा तफरी के बीच लोगों ने पुलिस को सूचना दी। हुसैनगंज पुलिस के साथ स्थानीय लोग मदद के लिए दौड़े और मलबे में दबे लोगों को किसी तरह बाहर निकाला। पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां किन्नू और इम्तियाज की हालत गंभीर होने पर उन्हें ट्रामा सेंटर भेजा गया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई, जबकि नदीम, चांद और अभिषेक का इलाज चल रहा है। मलबे में दबकर घर में मौजूद कुछ महिलाएं भी घायल हुई। लोगों का आरोप है कि मकान जर्जर होने के बावजूद भी मकान मालिक ने इसकी मरम्मत नहीं कराई और तेज बारिश के चलते मकान ढह गया।

हादसा 3

हुसैनगंज का छितवापुर भेड़ी मंडी

टाइम - सुबह 7.30 बजे

स्कूल जा रही वैष्णवी पर ढही दीवार मौत

हुसैनगंज के भेड़ी मंडी निवासी दिनेश रावत सब्जी विक्रेता हैं। परिवार में पत्नी निर्मला बेटी वैष्णवी (8) और दो बेटे हैं। वैष्णवी सुबह मां निर्मला के साथ घर के पास स्थित गोल्डी कांवेंट स्कूल में पढ़ने जा रही थी। वह सुबह 7.30 बजे घर से पैदल ही स्कूल जाने के लिए निकली थी। छितवापुर के भेड़ी मंडी के पास राजा कटियारी स्थित खंडहर की जर्जर दीवार अचानक गिर गई। हादसे के समय मां निर्मला पीछे थी जबकि वैष्णवी भागते हुए स्कूल जा रही थी। जर्जर खंडहर की दीवार गिरने से वैष्णवी चपेट में आ गई। वह दीवार के मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गई। स्थानीय लोगों की मदद से उसे निकाला गया और परिजनों को सूचना दी गई। उसको इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। इलाज के दौरान मासूम वैष्णवी की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि ट्रामा सेंटर में वेंटीलेटर न मिलने के चलते बच्ची की मौत हो गई। लापरवाही का आरोप लगाते हुए मोहल्ले वालों ने मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया।

हादसा 4

अमीनाबाद बताशे वाली गली

सुबह 7.30 बजे

सौ साल पुराना पुस्तैनी मकान जमींदोज, बचे

अमीनाबाद के बताशे वाली गली में स्व। सुरेंद्र चंद्र श्रीवास्तव का करीब सौ साल पुराना पुस्तैनी मकान है। उनके चारों बेटे गोमतीनगर एरिया में अपना मकान बनाकर शिफ्ट हो गए। पुस्तैनी मकान में जर्जर हो गया और उसमें ताला पड़ा है। उनके पड़ोस में रहने वाले अनिल अग्रवाल सुबह 7.30 बजे अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने के लिए एक्टिवा से जा रहे थे। तभी जर्जर मकान ढह गया। मकान का मलवा गिरता देख अनिल अग्रवाल एक्टिवा छोड़ बेटी को सुरक्षित लेकर भाग खड़े हुए। मलबे में उनकी गाड़ी दबकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।

हादसा 5

निशातगंज गली दो नंबर

सुबह 9 बजे

गिरा मकान, दबी युवती

महानगर के निशातगंज गली नंबर दो में राजकुमार गुप्ता का पुराना मकान है। मकान में पत्नी आशा और दो बेटियों के साथ रहते हैं। आशा दूसरों के घरों में चौका बर्तन का काम करती है। सुबह 9 बजे लगातार हो रही बारिश के चलते पुराना ढह गया। जिससे हादसे के समय घर में मौजूद मलबे में दबकर बेटी हर्षिता (21) गंभीर रूप से घायल हो गई। परिजनों ने उसे मलबे से निकाल कर इलाज के लिए महानगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे के बाद पार्षद और स्थानीय लोगों ने उन्हें सुरक्षित स्थान पहुंचाया।

हादसा 6

पारा हंसखेड़ा

सुबह 9 बजे

तालाब बने प्लॉट में डूबा मासूम

पारा के हंसखेड़ा इलाके में मजदूर मोहम्मद सिद्दीक अपने परिवार के साथ झोपड़ी में रहता है। शुक्रवार की सुबह करीब 9 बजे बेटा अली मोहम्मद (7) घर के पास ही बनी डूडा कॉलोनी में खेल रहा था। मासूम अली खेलते खेलते अचानक पानी से भरे एक प्लॉट में गिर पड़ा। प्लॉट में पानी भरा हुआ था, जिससे मासूम अली की उसमें डूबने से मौत हो गई। कुछ देर के बाद परिवार के लोग अली को तलाशने निकले तो उनकी नजर पानी से भरे प्लॉट में गई। प्लॉट में मासूम का शव उतरा रहा था। अली का शव देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही मौके पर पारा पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने छानबीन के बाद अली के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।