पांच जून को बम्हरौली एरिया में मारी गयी थी गोली, लखनऊ में चल रहा था इलाज

PRAYAGRAJ: बम्हरौली के पास पांच जून को गोली मार दिये जाने से जख्मी इंतजार अहमद (22) की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना से इंतजार के परिवार के सदस्य सन्नाटे में हैं। उनका गुस्सा एक आरोपित को गिरफ्तार करके बैठ गयी पुलिस के रवैये से भी है। शनिवार को उन्होंने एसएसपी से मिलकर अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की।

लेटा था जब मारी गयी गोली

धूमनगंज एरिया के उमरी गांव निवासी दूध कारोबारी मुश्ताक अहमद के चार बेटों में तीसरे नंबर का इंतजार अहमद मवेशियों घास चराने गया हुआ था। पांच जून को वह बिरला कंपनी के पीछे मवेशियों को छोड़ कर खुद पेड़ के नीचे लेट गया। मवेशी चल रहे थे। इस बीच अज्ञात लोगों ने एक के बाद एक उसके शरीर में चार गोलियां मार दी। गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। एक दूसरे चरवाहे की नजर पड़ी तो उसने इंतजार के परिवारवालों को इसकी सूचना दी। परिजन इंतजार को लेकर एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचे। यहां हालत गंभीर देख डॉक्टर लखनऊ रेफर कर दिए।

प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था इलाज

पिता मुश्ताक अहमद ने बताया कि लखनऊ स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के दौरान बेटे इंतजार की मौत हो गई। घटना के पहले दिन से जांच में जुटी धूमनगंज पुलिस ने पड़ोसी गांव के कोइली को गिरफ्तार कर केस में जेल भेज दिया था। कोइली का कुछ दिन पूर्व मवेशी चुराने को लेकर इंतजार से विवाद हुआ था। इंतजार की मौत के बाद पुलिस ने घटना को हत्या में कनवर्ट कर जांच अन्य की तलाश में जुट गई। एसएसपी ऑफिस पहुंचे मुस्ताक अहमद ने बताया कि बेटे मौत हो चुकी है। बावजूद इसके फरार कोइली के अन्य साथियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है।

इंतजार की मौत की जानकारी उसके पिता मुस्ताक अहमद ने दी थी। दर्ज मुकदमे को हत्या में कनवर्ट कर कोइली को जेल भेजा जा चुका है। उसका कहना है कि मवेशी चोरी को लेकर कोइली के साथ रहे उसके दोस्तों को भी पकड़ा जाय। मुखबिर लगा दिए गए हैं, जल्द ही वह भी पकड़े जाएंगे।

जय प्रकाश शर्मा,

इंस्पेक्टर धूमनगंज