-गंभीर हालत में कराया था भर्ती, रेफर करने के दौरान हुई मौत

-तोड़फोड़ के दौरान मृतका का पुत्र घायल, फैली अफरा-तफरी

-एसओ लालकुर्ती ने पीडि़त पक्ष पर बरसाए घूंसे, हंगामा

Meerut : लालकुर्ती थानाक्षेत्र में कचहरी-बेगमपुल रोड पर आरोग्य अस्पताल में महिला मरीज की मौत पर सोमवार दोपहर बवाल हो गया। आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी। आरोप है कि अस्पताल स्टाफ की पिटाई से मृतका के बेटे का हाथ कट गया। उधर, एसओ लालकुर्ती ने हंगामा कर रहे पीडि़तों पर ही घूंसे बरसा दिए।

गंभीर हालत में हुई थी भर्ती

दौराला के भराला गांव निवासी प्रेमवती की सोमवार को हर्ट अटैक पड़ा तो पति बाबूराम ने उसे डॉ। प्रभात अग्रवाल को दिखाया। डॉ। अग्रवाल ने प्रेमवती को आरोग्य अस्पताल में भर्ती कराया। डाक्टरों ने बताया कि उन्हें सांस और ब्लड प्रेशर की परेशानी है। उपचार शुरू किया गया, दोपहर करीब दो बजे अचानक प्रेमवती की तबियत खराब हो गई जिसपर अस्पताल प्रशासन ने उसे मेट्रो के लिए रेफर कर दिया। प्रेमवती को अभी परिजन एबुलेंस में ले जाने की तैयारी ही कर रहे थे कि उनकी मौत हो गई।

लापरवाही का आरोप लगाया

मौत के बाद परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा कर दिया। बताया जा रहा है कि मौत के बाद अस्पताल के बिल का पांच हजार रुपये मांगने पर बखेड़ा खड़ा हो गया और मृतका के पुत्र सोनू ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। आरोप है कि अस्पताल स्टाफ में से सोनू को पीटा और धक्का दे दिया, जिससे उसके हाथ में शीशे का दरवाजा टकराया और वो जख्मी हो गया। फर्श पर सोनू का खून देखकर परिजन भड़क गए और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया।

एसओ से तीखी झड़प

घटना की जानकारी पर पहुंचे थाना लालकुर्ती के एसओ प्रदीप त्रिपाठी की मृतका के परिजनों की झड़प हो गई। हंगामा कर रहे लोगों का दबाव बढ़ा तो एसओ ने मृतका के परिजनों पर मुक्के बरसाए। करीब एक घंटे तक जमकर हंगामा चला। एएसपी संकल्प शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। घायल सोनू को उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजन शव का पोस्टमार्टम कराकर शव गांव ले गए।

-------

अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से मेरी पत्‍‌नी की जान गई है। एंबुलेंस में ऑक्सीजन लगा लेते तो जान नहीं जाती, विरोध करने पर हमारे बेटे को अस्पताल वालों ने पीटा। उसे गंभीर चोट आई है।

बाबूराम, मृतका का पति

---

मरीज सीरियस कंडीशन में आई थी। जिस समय प्रेमवती अस्पताल में आई थी उस समय नीली पड़ चुकी थी। परिजनों को बता दिया गया था कि बचने की संभानाएं कम हैं। अंतिम समय में भी उपचार को रोककर परिजनों को कह दिया गया था कि अब वे घर ले जाएं।

डॉ। प्रभात अग्रवाल, चिकित्सक

----

गंभीर हालत में डॉ। अग्रवाल के ट्रीटमेंट में प्रेमवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉ। अग्रवाल की निगरानी में उपचार चल रहा था। एकाएक मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी जिसकी जानकारी परिजनों को दे दी गई थी। मृतका के बेटे के हाथ में कांच तोड़फोड़ करते हुए लगा, अस्पताल प्रशासन ने किसी के साथ मारपीट नहीं की।

डॉ। प्रेरणा जैन, प्रशासक

आरोग्य हास्पीटल

----

मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया था। मृतका के पुत्र के हाथ में चोट तोड़फोड़ के दौरान लगी, अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। किसी भी पक्ष से तहरीर नहीं मिली है, स्थिति नियंत्रण में है।

संकल्प शर्मा, एएसपी