नई दिल्ली (आईएएनएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को बॉर्डर रोड्स ओरिजिन (बीआरओ) अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास बुनियादी ढांचे ((इन्फ्रास्ट्रक्चर) के सुधार पर चर्चा की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साउथ ब्लॉक में हुई इस बैठक में महानिदेशक बीआरओ लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह (सीमा सड़क संगठन) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। राजनाथ सिंह ने यहां चल रही परियोजनाओं की समीक्षा के बाद कहा कि सीमा इन्फ्रास्ट्रक्चर को तेजी से ट्रैक किया जाए ताकि सुरक्षा बलों की आवाजाही प्रभावित न हो।

पिछले कुछ वर्षों में बीआरओ के कामों के परिणामों में बढ़ोत्तरी हुई

वहीं लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने रक्षा मंत्री को जानकारी दी कि स्थापना के बाद से संगठन ने एक अग्रणी सड़क निर्माण एजेंसी के तौर पर कार्य किया है। सगंठन सुदूर सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों, पुलों, सुरंगों और हवाई अड्डों के निर्माण में शामिल रहा है। इसने भूटान, म्यांमार, अफगानिस्तान जैसे मित्र देशों में भी हमारे समग्र सामरिक उद्देश्यों के अनुरूप निर्माण किया है। अधिकारी ने मंत्री को यह भी बताया कि पिछले कुछ वर्षों में बीआरओ के कार्यों में परिणामों में बड़ी वृद्धि हुई है।

बीआरओ ने 2019-20 में लगभग 30 प्रतिशत अधिक काम किया

बीआरओ ने 2018-19 की तुलना में 2019-20 में लगभग 30 प्रतिशत अधिक काम किया है। वहीं पिछले महीने सरकार ने जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में सीमा सड़क संगठन द्वारा राजमार्ग परियोजनाओं के लिए अतिरिक्त 1,691 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। इसके अलावा एलएसी के पास भारत और चीन के बीच व्याप्त तनाव के बीच लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने 8.8 किलोमीर लंबी अटल रोहतांग सुरंग के निर्माण स्थल का भी दौरा किया था, जिसका उद्घाटन सितंबर में होना है।

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