RANCHI: हेल्थ डिपार्टमेंट की स्पेशल टीम ने गुरुवार को राजधानी के पंडरा इलाके में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे क्लिनिक और झोला छाप डॉक्टरों के यहां छापा मारा, जहां हेल्थ क्लिनिक में बिना डिग्री के ही डॉक्टर डीसी भारती मरीजों का इलाज कर रहे थे। वहीं उनके क्लिकिन में हाइड्रोसील, हर्निया, अपेंडिक्स, बच्चादानी, पथरी के आपरेशन के अलावा जांच करने का भी बोर्ड लगा था। हालांकि टीम ने किसी पर ऑनस्पॉट कार्रवाई नहीं की। सिविल सर्जन ने बताया कि नियम के तहत उन्हें नोटिस भेजा जाएगा। वहीं क्लिनिकल इस्टैबलिस्मेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

छह माह पहले ही रजिस्ट्रेशन खत्म

गांधी सेवा सदन का रजिस्ट्रेशन छह महीने पहले ही खत्म हो गया था। वहां ड्यूटी पर कोई डॉक्टर भी मौजूद नहीं था। इसके अलावा बिना ट्रेनिंग के स्टाफ काम में लगे थे। इसके अलावा बायोमेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। कागजात मांगे जाने पर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया।

टीम को देख भाग निकला डॉक्टर

बाजारटांड़ के शर्मा क्लिनिक में जैसे ही टीम ने धावा बोला तो झोलाछाप डॉ। नागेंद्र कुमार वहां से फरार हो गए। वहीं उनकी पत्नी और स्टाफ ने पटना से एमबीबीएस की डिग्री लेने की बात कहीं। लेकिन पेपर मांगे जाने पर कुछ भी नहीं दिखाया गया।

गुरुनानक का भी रजिस्ट्रेशन फेल

हेल्थ डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर नजर डालें तो ऑर्किड हॉस्पिटल और गुरुनानक हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन भी फेल दिखा रहा है। इसके बावजूद वहां पर मरीजों का इलाज धड़ल्ले से जारी है। हालांकि आर्किड हॉस्पिटल प्रबंधन का कहना है कि उनका रजिस्ट्रेशन नवंबर में फेल हुआ है और रिन्युअल के लिए अप्लाई भी कर दिया गया है।