- इस बार 30 रोजे रखने का मिला मौका

-घरों में तैयारियां पूरी, सेवाइयां बनेंगी, लेकिन नहीं आए-जाएंगे घर

माह-ए-रमजान के 29 दिन गुजर गए हैं। घंटाघर स्थित जामा मस्जिद के इमाम अब्दुल जलील मजाहिरी ने बताया कि शनिवार को ईद का चांद नहीं नजर आया, इसलिए अब ईद उल फित्र सोमवार को सेलिब्रेट की जाएगी। ईद की बाद करें तो इसके लिए तमाम तैयारियां पहले ही पूरी की जा चुकी हैं। बस चांद का इंतजार था, लेकिन दीदार न होने से अब 30वां रोजा भी रखा जाएगा। घरों में भी ईद की तैयारियां मुकम्मल की जा चुकी हैं। सेवइयां भून कर रख दी गई हैं और सिर्फ उन्हें बनाना बाकी है। इस बार कोरोना वायरस की वजह से लोग एक दूसरे के घरों में मिलने के लिए नहीं जाएंगे। वहीं लॉक डाउन से नए कपड़े भी नहीं बनवाए गए हैं, जिससे जिसके पास जो भी सबसे साफ और नया कपड़ा होगा, उसे पहनकर वह ईद की नमाज अदा करेगा।

घरों में अदा की जाएगी ईद की नमाज

लॉकडाउन से इस बार ईदगाह या मस्जिद जाना नहीं हो पाएगा और वहां पर सिर्फ चार-पांच लोग ही नमाज अदा करेंगे, ऐसे में घर में रहकर ईद की नमाज पढ़ी जाएगी। इसके लिए बाकायदा उलेमाओं ने अपील भी की है। जामा मस्जिद के इमाम अब्दुल जलील मजाहिरी ने बताया कि जो किन्हीं वजहों से ईद की नमाज नहीं पढ़ सकते हैं, तो इसके बदले 2 या 4 रकअत नमाज चाश्त अदा करेगा। अलबत्ता नमा जुमा मे खुतबा पहले और नमा ईद में खुतबा बाद में पढ़ा जाएगा।

दरगाह पर हुई चांद देखने की कोशिश

दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद नामज्ल स्थित तंजीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत की चांद कमेटी ने शनिवार को ईद का चांद देखने की कोशिश की। मौसम साफ होने के बावजूद चांद नजर नहीं आया। नायब काजी मुफ्ती मो। अजहर शम्सी ने बताया कि ईद का चांद नजर नहीं आया है। लिहाजा रविवार को 30 रोजा मुकम्मल किया जाएगा। ईद-उल-फित्र का पर्व पूरी सादगी के साथ सोमवार 25 मई को मनाई जाएगी। कमेटी ने लोगों से अपील की है कि ईद में गरीबों व जरूरतमदों की मदद करें। लॉकडाउन का पालन करें। मौके पर मौलाना मकसूद आलम मिस्बाही, कारी शराफत हुसैन कादरी, मौलाना मो। असलम रज़वी, दरगाह सदर इकरार अहमद, मनोव्वर अहमद आदि मौजूद रहे।