नई दिल्ली (पीटीआई)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को सिंघू बाॅर्डर का दाैरा किया जहां हजारों किसान नए कृषि कानूनों का लगातार 11 दिन से विराेध कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों ने सिंघु बॉर्डर के पास गुरु तेग बहादुर मेमोरियल में किसानों से मुलाकात की और उनके लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सीएम केजरीवाल का यह दाैरा आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा 8 दिसंबर को किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए 'भारत बंद' को समर्थन दिए जाने के ऐलान के एक दिन बाद हुआ है। इस दाैरे को लेकर सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैंने व्यवस्थाओं की जांच की। हमारी पार्टी के विधायक और मंत्री यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि किसानों को कोई असुविधा न हो। हम 'सेवादार' की तरह काम कर रहे हैं। यहां मैं किसानों की सेवा करने के लिए एक मुख्यमंत्री के रूप में नहीं आया हूं। किसानों को समर्थन देना हमारी जिम्मेदारी है।


सीएम केजरीवाल बोले किसानों का मुद्दा और संघर्ष बिल्कुल जायज
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम किसानों की सभी मांगों का समर्थन करते हैं। किसानों का मुद्दा और संघर्ष बिल्कुल जायज है। शुरू-शुरू में जब किसान बॉर्डर पर आए थे तो केंद्र सरकार दिल्ली पुलिस ने हमसे दिल्ली के 9 स्टेडियम को जेल बनाने की इजाजत मांगी थी। उस समय मेरे ऊपर बहुत दबाव डाला गया। उनकी पूरी योजना थी कि किसानों को दिल्ली आने देंगे और फिर उन्हें पकड़कर स्टेडियम में डाल देंगे और वो वहां पड़े रहेंगे। रविवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि देश भर के सभी AAP कार्यकर्ता देशव्यापी हड़ताल का समर्थन करेंगे और सभी नागरिकों से किसानों का समर्थन करने की अपील की। हजारों किसान जो ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हैं, दिल्ली के विभिन्न सीमा बिंदुओं पर नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। किसानों संगठन द्वारा बुलाए गए भारत बंद को विपक्ष का पूरा समर्थन मिल रहा है।

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