नई दिल्ली (एएनआई)। देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली सरकार ने सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस और अन्य न्यायिक अधिकारियों और उनके परिवारों के लिए अशोका होटल के 100 कमरों को कोविड हेल्थ फैसिलिटी के रूप में कन्वर्ट करने का आदेश पारित किया। आदेश में दिल्ली सरकार ने कहा कि चाणक्यपुरी में प्राइमस अस्पताल अशोका होटल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सुविधा चलाएगा। सरकार ने कहा दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों और अन्य न्यायिक अधिकारियों और उनके परिवारों के लिए सीएचसी सुविधा स्थापित करने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय से एक अनुरोध प्राप्त हुआ है।

किसी भी कमी को अस्पताल द्वारा पूरा किया जाएगा

दिल्ली सरकार ने नई दिल्ली जिला कार्यकारी मजिस्ट्रेट, दिनेश कुमार मीणा को सुविधा स्थापित करने के लिए प्राइमस अस्पताल और होटल अधिकारियों के साथ समन्वय करने के लिए कहा। इसमें कहा गया कि बायोमेडिकल कचरा निपटाना अस्पताल की जिम्मेदारी होगी। आदेश में कहा गया है होटल के कर्मचारियों को सभी प्रोटेक्टिव गियर और बुनियादी पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्राइमस अस्पताल के द्वारा एम्बुलेंस प्रदान की जाएगी। होटल के कर्मचारियों की किसी भी कमी को अस्पताल द्वारा पूरा किया जाएगा।

शुल्क अस्पताल द्वारा एकत्र किया जाएगा

कमरे, हाउसकीपिंग, कीटाणुशोधन और रोगियों के लिए भोजन सहित अन्य सेवाएं, होटल द्वारा प्रदान की जाने वाली अन्य चीजों में शामिल होंगी। शुल्क अस्पताल द्वारा एकत्र किया जाएगा और अस्पताल होटल को भुगतान करेगा। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड -19 मामलों के उछाल के बीच, दिल्ली उच्च न्यायालय के कई न्यायाधीश हाल ही में कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। दिल्ली ने सोमवार को 20,201 नए कोविड ​​-19 मामलों और 380 मौतों की सूचना दी जो महामारी के प्रकोप के बाद से दिल्ली में हाईएस्ट सिंगल डे स्पाइक है। दिल्ली के एक स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन ने कहा कि शहर में कुल कोरोना वायरस मामलों की संख्या 10,47,916 हो गई है और मरने वालों की संख्या 14,628 हो गई है।

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