RANCHI: आधुनिक शिक्षा प्रणाली को उदारता की ओर उन्मुख होने की जरूरत है। संस्थानों को प्रतिभाशाली स्टूडेंट्स के बीच जुनून व रुचि पैदा करना चाहिए। स्टूडेंट्स का चहुमुखी विकास हो इसके लिए शिझाण व सीखने की प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा पेरेंट्स को भी बनना होगा। ये बातें रिजनल फोरम आइसी3 2020 के अध्यक्ष गणेश कोहली ने कहीं। वह दिल्ली पब्लिक स्कूल(डीपीएस) रांची में रीजनल फोरम आइसी3 2020 के कान्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। इस कान्फ्रेंस में सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के लगभग 80-100 स्कूलों व पांच विदेशी यूनिवर्सिटीज के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। काउंसिलिंग कान्फ्रेंस की पारंपरिक शुरुआत स्वागत गान और दीप जलाकर हुआ। काउंसिलिंग कान्फ्रेंस का मूल उद्देश्य कैरियर और काउंसिलिंग के बीच सशक्त पुल का निर्माण हो सके और सफलता के मूल मंत्र को समझा जा सके।

स्टैनफोर्ड व प्रिंसटन यूनिवर्सिटी का अनुभव साझा

वहीं, मुख्य वक्ता झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोवीसी डॉ गोपाल पाठक ने स्टैनफोर्ड व प्रिंसटन यूनिवर्सिटीज में क्लास व पढ़ाने के अनुभव को शेयर किया। कहा याद रखना, समझना और सृजन करना। हमें कैसे सोचना है, इन विषयों पर अच्छे एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में विशेष जोर दिए जाने की जरूरत है। डीपीएस के प्राचार्य डॉ। राम सिंह ने स्कूल के करियर व शिक्षा के क्षेत्रा में गुणवत्तापूर्ण सुधार व बदलाव की जानकारी देते हुए स्कूल के संकल्प को दोहराया। स्कूल प्रारंभ से ही युवा छात्रों के लिए लगातार मेलों और सेमिनारों का आयोजन कर इसी दिशा में सतत कार्यशील रहा है। अतिथियों व सेमिनार का समापन प्रतिभागी गणमान्य अतिथियों व शिक्षाविदों को सर्टिफिकेट दिए गए।