-दूसरे दिन भी ट्रायल के लिए कम पहुंचे खिलाड़ी

-राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में चल रहा है ट्रायल

बरेली : स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में चल रहा मंडल स्तरीय ट्रायल भी मजाक बनकर रह गया। दूसरे दिन भी कई खेलों का ट्रायल देने के लिए दूसरे जिलों के खिलाड़ी नहीं पहुंचे। बैडमिंटन में बरेली के खिलाड़ी नहीं पहुंचे तो उनके लिए बाद में ट्रायल कराने का फैसला हो गया। पीलीभीत और बदायूं से आए खिलाडि़यों का ट्रायल ले लिया गया। जबकि जूडो में बरेली के अलावा किसी अन्य जिले से कोई खिलाड़ी नहीं पहुंचा। ऐसे में सबके नाम नोट करके सीधे राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए उनका चयन कर लिया गया। इसके साथ ही अयोध्या मामले में फैसले को लेकर 12 नवंबर से होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता को टालने की भी मांग की जा रही है।

आधा-अधूरा हुआ ट्रायल

स्टेडियम में फ्राइडे को मंडल स्तरीय सीनियर कबड्डी पुरुष, जूनियर कबड्डी, सीनियर हॉकी पुरुष, सीनियर वालीबाल, सीनियर जूडो पुरुष व महिला, सीनियर फुटबॉल महिला व जूनियर फुटबॉल बालक और जूनियर बैडमिंटन बालक व बालिका टीम के लिए ट्रायल था। बैडमिंटन में बरेली के खिलाडि़यों के शामिल न होने के चलते आधा-अधूरा ट्रायल हुआ तो जूडो के लिए इतने कम खिलाड़ी पहुंचे कि बगैर ट्रायल के ही उनका चयन हो गया।

अन्य खेलों में हुआ ट्रायल

कबड्डी के दोनों वर्ग के लिए कुल 40 खिलाडि़यों ने शिरकत की। इसमें 11 पीलीभीत, सात बदायूं, दो शाहजहांपुर और बीस बरेली के खिलाड़ी रहे। फुटबॉल में ग‌र्ल्स और ब्वायज दोनों ही वर्ग में 18-18 खिलाड़ी पहुंचे। वालीबाल में कुल 35 खिलाडि़यों ने शिरकत की। हॉकी में कुल 20 खिलाड़ी रहे। इन खेलों में कई खिलाडि़यों को बाहर भी कर दिया गया जिनके दस्तावेज सही नहीं थे।

प्रतियोगिता टालने की मांग

आरएसओ विजय कुमार ने बताया कि अयोध्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सुगबुगाहट को देखते हुए बांदा और कानपुर के क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता टालने की मांग की है। दोनों ने इस बाबत खेल निदेशालय को पत्र भेजकर प्रतियोगिता कराने में असमर्थता जताई है। कहा गया है कि अयोध्या मसले पर फैसला कभी भी आ सकता है ऐसे में कोई प्रतियोगिता कराना सही नहीं होगा।