- गांधी मैदान में सीएम ने तिरंगा फहराया

- बीजेपी को लिया निशाने पर

-अपनी सरकार की खूबियां गिनायीं

PATNA : दुनिया की कोई ताकत बिहार को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती। अभी बिहार अपने बलबूते पर विकास कर रहा है। अगर विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो टैक्स में छूट मिलती और राज्य में कल कारखाने लगते, लाखों लोगों को रोजगार मिलता। बिहार के युवाओं को नौकरी के लिए दूसरे राज्यों में जाने की जरूरत नहीं होती, बल्कि दूसरे राज्यों से लोग यहां काम करने आते। लोग पैसे देने की बात करते हैं अगर देना ही है तो विशेष राज्य का दर्जा दे दो, छिटपुट मदद करने से कुछ नहीं होगा। ये कहा सीएम नीतीश कुमार ने। वे रविवार को गांधी मैदान में आयोजित झंडोत्तोलन के बाद बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने बीजेपी को निशाने लिया। कहा कि मांझी के लिए दर्द है तो बिहार एनडीए का नेता घोषित कर दें। भोज रद्द करने का इतना ही दुख था तो उसी समय अलग क्यों नहीं हुए।

तब निराशा का भाव था

ख्000 में बिहार का विभाजन हुआ था और झारखंड बना था। उस समय राज्य में निराशा का भाव था। खनिज संपदा और उद्योग झारखंड में चले गए थे। लोगों को लगता था कि कैसे बिहार का विकास हो पाएगा। विभाजन के बाद इन तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए बिहार विकास के पथ पर आगे बढ़ा।

खजाने पर आपदा पीडि़तों का पहला अधिकार

कहा कि सरकार के खजाने पर आपदा पीडि़तों का पहला अधिकार है। मानसून दक्षिण की ओर खिसक गया है। इस वजह से सूबे में बारिश कम हो रही है। यदि आने वाले 7-8 दिनों तक बारिश नहीं होती है तो सरकार सूखा आपदा घोषित कर देगी। इससे सूखे का सामना कर रहे किसानों को मदद दी जाएगी। जिन किसानों ने धान की फसल खेतों में लगा दी है और वह सूख रहा है, उनकी मदद भी सरकार करेगी।

लड़के-लड़की बराबर

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की। लड़कियों के लिए पोशाक योजना और साइकिल योजना से स्कूलों में लड़कियों की संख्या बढ़ी। आज 9 वीं कक्षा में 8.क्भ् लाख लड़कियां और 8.ख्8 लाख लड़के पढ़ रहे हैं।

बिजली की स्थिति सुधारी हमने

कहा कि हमने कानून का राज कायम किया है। सबके विकास के लिए काम हो रहा है। म्म् हजार किमी से अधिक सड़कें बनी हैं। हमारा लक्ष्य था कि बिहार के सबसे सुदूर इलाके से राजधानी पहुंचने में म् घंटे से अधिक का समय नहीं लगे अब हम इस लक्ष्य पर काम कर रहे हैं कि सुदूर इलाके से भ् घंटे में पटना पहुंचा जाए। हमने इसी गांधी मैदान से कहा था कि बिजली की स्थिति में सुधार करेंगे। हमने किया।