-सिविल अस्पताल रुड़की में साढे़ ग्यारह बजे जांच के लिए नहीं लिए जा रहे ब्लड सैंपल

-मरीजों को दूसरे दिन या प्राइवेट में कराने पड़ रही खून की जांच-पड़ताल

ROORKEE (JNN) : इस समय सिविल अस्पताल में मलेरिया से पीडि़त मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सिविल अस्पताल में साढे़ ग्यारह बजे के बाद मरीजों के सैंपल ही नहीं लिये जा रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें अगले दिन आना पड़ रहा है। शनिवार को आने वाले मरीजों को तो सीधे सोमवार को आने के लिए कहा गया है, ऐसे में मरीजों को एक दिन व दो दिन इंतजार करना पड़ रहा है।

रिपोर्ट के लिए दो दिन इंतजार

रुड़की शहर में मलेरिया का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। चिकित्सकों की माने तो इस समय ओपीडी में 90 में से ब्भ् मरीज बुखार के आ रहे हैं। ऐसे में चिकित्सक अधिकांश मरीजों के ब्लड की जांच करा रहे हैं, ब्लड की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही यह निश्चित हो पा रहा है कि किसको मलेरिया है और किसमें डेंगू के लक्षण पाए गए है, लेकिन सिविल अस्पताल रुड़की में बुखार से पीडि़त मरीजों को कोई राहत नहीं मिल पा रही है।

साढे़ ग्यारह के बाद जांच को न

ओपीडी में इस कदर भीड़ है कि आधे से एक घंटा इंतजार के बाद तो मरीज का नंबर आ रहा है, इसके बाद चिकित्सक ब्लड जांच के लिए भेज दे रहे हैं, यदि साढे़ ग्यारह बजे के बाद कोई व्यक्ति ब्लड का सैंपल देना भी चाहे तो पैथोलॉजी लैब में सैंपल ही नहीं लिया जा रहा है, इसकी वजह से मरीजों को परेशानी का सामना पड़ रहा है, उन्हें या तो अगले दिन आने के लिए कहा जा रहा है। ऐसे में मरीज को ब्लड की जांच कराने में पूरे दो दिन का समय लग रहा है। यदि शनिवार है तो तीन दिन में उसे ब्लड जांच की रिपोर्ट मिल रही है। रुड़की सिविल अस्पताल में साढे़ ग्यारह बजे तक तो ब्लड सैंपल लिए जा रहे हैं, उनकी जांच-पड़ताल कर क् बजे से मरीजों को रिपोर्ट दी जाती हैं।

'इस समय ब्लड सैंपल काफी आ रहे हैं, ऊपर से पैथोलॉजी में स्टाफ कम है, इसलिए साढे़ ग्यारह बजे तक ही सैंपल लिए जाते हैं। इसके बाद रिपोर्ट तैयार करने में काफी समय लगता है.'

-डॉ। रविन्द्र थपलियाल, सीएमएस रुड़की