- जिला अस्पताल के पैथोलॉजी में अब तक 486 की जांच, 133 पेशेंट्स में डेंगू की पुष्टि

GORAKHPUR: डेंगू के साथ ही इसके पेशेंट्स का आंकड़ा भी अब डराने लगा है। स्वास्थ्य विभाग की तमाम तैयारियों के बाद भी अब तक 486 मरीजों के एलाइजा टेस्ट में 133 में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। जिला अस्पताल का दावा है कि एक चिकनगुनिया और 40 डेंगू के पेशेंट्स ठीक होकर घर लौट चुके हैं लेकिन इतनी बड़ी संख्या में डेंगू पेशेंट्स कैसे आ रहे हैं, इस बारे में कोई कुछ नहीं बता पा रहा।

30 पेशेंट्स केवल सिटी के

जिन 133 पेशेंट्स में डेंगू की पुष्टि हुई उनमें 83 गोरखपुर जिले के हैं जबकि बाकी अन्य एरियाज के। इनमें सिटी के 30 और रूरल एरियाज के 53 पेशेंट्स शामिल हैं। जिला अस्पताल के इंडोर में एक चिकनगुनिया और 44 डेंगू के पेशेंट्स पाए गए। जिनमें से एक चिकनगुनिया और 40 डेंगू के पेशेंट्स ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। वहीं चार पेशेंट्स अब भी जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में एडमिट हैं।

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ब्लड बैंक में पर्याप्त प्लेटलेट्स

एसआईसी का दावा है कि चिकनगुनिया और डेंगू से अब तक किसी की मौत नहीं हुई है। न ही किसी पेशेंट को मेडिकल कॉलेज या हायर सेंटर रेफर किया गया। एसआईसी ने बताया कि ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स है। हालांकि किसी भी पेशेट को अब तक प्लेटलेट्स नहीं दिया गया है।

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बुखार उतरने के बाद भी रहें सावधान

एसआईसी का कहना है कि डेंगू पेशेंट बुखार ठीक होने के बाद भी सतर्कता बरतें। पेशेंट्स का बुखार खत्म होने पर फैमिली मेंबर्स समझते हैं कि वह ठीक हो गया लेकिन बुखार उतरने के बाद तीन चार दिन की अवधि काफी खतरनाक होती है। इससे मरीज की कंडीशन खराब हो सकती है और जान भी जा सकती है। इस कंडीशन में मरीज को बुखार उतरने के बाद भी पूरी तरह आराम करना चाहिए।