- गढ्डों में पानी भरने से पनप रहा डेंगू का लार्वा

- स्वास्थ्य विभाग में प्रशासन को पत्र लिख मांगी मदद

एक्सक्लूसिव

पारुल सिंघल

मेरठ। स्वास्थ्य विभाग की तमाम कवायदों के बाद भी डेंगू जैसा जानलेवा बुखार शहर में घुसपैठ कर चुका है। डेंगू की बिगड़ती तस्वीर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी सकते में आ गया है। ऐसे में नगर निगम की और से बरती जा रही अनदेखी पर प्रशासन से मदद मांगी है, ताकि समय रहते स्थिति को कंट्रोल किया जा सके।

यह है स्थिति

पिछले सालों में शहर में डेंगू और चिकिनगुनिया की काफी खतरनाक रही है। इस बार हालात बिगड़ने से पहले ही विभाग ने गेंद नगर निगम के पाले में फेंक दी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने डीएम को पत्र लिखकर साफ कहा है कि बैक्टर बोर्न डिजीज से निबटने के लिए लगातार फोगिंग और एंटी लार्वा स्प्रे करवा रहे हैं। कैम्प लगवाए जा रहे हैं। लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है, लेकिन डेंगू का लार्वा सड़कों में बने गढ्डों में पनप रहा है। इन्हें भरवाने के लिए नगर निगम ने कुछ नहीं किया है। वहीं जगह-जगह पड़ा कूड़ा भी मच्छरों के पनपने में मददगार साबित हो रहा है। इसके लिए भी नगर निगम जिम्मेदार है।

ईस्ट मेरठ खतरे में

स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रशासन को भेजी गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पिछले सालों में बैक्टर बोर्न डिजीज का सबके ज्यादा अटेक ईस्ट मेरठ में रहा था। इनमें मेडिकल कॉलेज, जेलचुंगी, जागृति बिहार, शास्त्रीनगर, आर्यनगर, आलमनगर, सराय काजी जैसे इलाके बेहद संवेदनशील माने गए हैं।

साल-डेंगू केस

2016 -183

2015 - 0

2014 - 0

2013 - 205

आंकड़े जिला मलेरिया विभाग के अनुसार

डेंगू के अब तक 60 से ज्यादा केस मिल चुके हैं। जिला मलेरिया विभाग लगातार इस पर काम कर रहा है, लेकिन नगर निगम का सहयोग मिले बिना बैक्टर बोर्न डिजीज को रोकना संभव नहीं है।

-डॉ। राजकुमार चौधरी, सीएमओ

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ऑटोमेटिक मशीन से भरेंगे शहर के गड्ढे

- 10 लाख रुपये में निगम खरीदेगा ऑटोमेटिक मशीन

- 1 अक्टूबर से नगर निगम सड़कों के गढ्डा भरना शुरू करेगा

आई एक्सक्लूसिव

मेरठ। शासन के निर्देश पर शहर की सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए नगर निगम एक अक्टूबर से अभियान शुरू करेगा। इसके लिए नगर निगम एक ऑटोमेटिक मशीन खरीदेगा। जो सड़कों को गड्ढामुक्त करेगी। 10 लाख रुपये की लागत से यह ऑटोमेटिक मशीन आएगी। नगर निगम ने इसके लिए निगम कार्यकारिणी में प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव मंजूर होते ही निगम इस मशीन को खरीदेगा।

कर्मचारियों की है कमी

नगर निगम इस मशीन को इसीलिए खरीद रहा है क्योंकि नगर निगम के पास कर्मचारियों की कमी है। इससे एक तो कर्मचारियों की कमी दूर होगी। दूसरा समय भी कम लगेगा। इस मशीन में केवल नगर निगम को सड़क निर्माण में लगने वाली सामग्री को डालना होगा। यह मशीन ऑटोमेटिक ही उस सामग्री को मिक्स करेगी और जहां पर गड्ढा होगा उसका पैचवर्क कर देगी।

सड़कों को मिलेगी मजबूती

इस ऑटोमेटिक मशीन से जहां कर्मचारियों की कमी से भी निजात मिलेगी। तो वहीं मशीन से पैचवर्क मजबूत होगा। यह मशीन रोड रोलर का काम करेगी। पैचवर्क के बाद उस पर दवाब बनाया जाएगा। जिससे रोड़ी जल्द नहीं उखड़ेगी।

निगम करा रहा है सर्वे

फिलहाल नगर निगम ने सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे के बाद पैचवर्क करने का काम शुरू किया जाएगा।

ऑफिशियल कमेंट

मशीन को खरीदने के लिए कार्यकारिणी मे ंप्रस्ताव भेज दिया गया है। एक दो दिन में प्रस्ताव की मंजूरी मिलते ही इस मशीन को खरीदा जाएगा। इस मशीन से जहां कर्मचारियों की कमी दूर होगी वहीं इससे सड़क को मजबूती भी मिलेगी।

कुलभूषण वाष्र्णेय, चीफ इंजीनियर नगर निगम