- पटना में डेंगू ने पैर पसारा, पीएमसीएच में बढ़ाया गया डेंगू वार्ड का बेड

- 20 अक्टूबर को तीन सैंपल आया और एक पॉजिटिव

- पीएमसीएच ब्लड बैंक में प्लेटलेट का इंतजाम करने को कहा गया

- पीएमसीएच में छह से बढ़ाकर 20 बेड का डेंगू वार्ड बना

PATNA : पटना में डेंगू का डंक कहर बरपाने लगा है। मौसम में थोड़ी सी नमी के साथ ही इसके केसेज तेजी से बढ़ रहे हैं। मंडे को भी पीएमसीएच में डेंगू की जांच के लिए तीन सैंपल आया था जिसमें से एक पॉजिटिव पाया गया है। इससे पहले क्9अक्टूबर को ट्रांसपोर्ट नगर से डेंगू के क्भ् सैंपल आया था जिसमें से आठ केस पॉजिटिव मिला था। अब तक राजधानी पटना में इसी इलाके से एक फ्म् साल के अभय कुमार सिंह की मौत पहले हो गयी थी। सिर्फ पीएमसीएच में अक्टूबर महीने में अबतक पटना के विभिन्न इलाकों से कुल ख्0 केस पॉजिटिव पाया गया है।

प्लेटलेट की व्यवस्था का निर्देश

पीएमसीएच में इसे लेकर एडमिनिस्ट्रेशन अलर्ट हो गया है। प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने तैयारियों के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें प्लेटलेट्स की कमी से लोगों की बेचैनी बढ़ जाती है। इसे लेकर यहां ब्लड बैंक को अलर्ट कर दिया गया है। यहां प्लेटलेट की पूरी व्यवस्था रखने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि अभी यहां कोई पेशेंट एडमिट नहीं है लेकिन इसे लेकर डेंगू वार्ड को तैयार रहने को कहा गया है।

डेंगू वार्ड में बेड की संख्या बढ़ी

पीएमसीएच में डेंगू वार्ड बनाया गया है। पहले छह बेड की व्यवस्था थी अब इसे बढ़ाकर ख्0 बेड का कर दिया गया है ताकि यहां पेशेंट को एडमिट करने में कोई समस्या नहीं रहे। इसके साथ ही साफ-सफाई की भी चाक-चौबंद व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया है।

मेडिसीन वार्ड के पेशेंट की होगी स्क्रीनिंग

प्रिसिंपल डॉ एसएन सिन्हा ने कहा कि मेडिसीन वार्ड में फीवर के केस में डेंगू के सस्पेक्टेड केस हो सकते हैं। इस बात को कनफर्म करने के लिए मैंने यहां के हेड को निर्देश दिया है। यहां सस्पेक्टेड की जांच के लिए स्क्रीनिंग होगी।

केवल पॉरासिटामोल और कुछ नहीं

डेंगू के समय दवा संबंधी सावधानी बरतना चाहिए। इस बारे में पीएमसीएच में एसोसिएट प्रोफेसर राजीव कुमार सिंह ने बताया कि इसके पेशेंट को एक बात का ध्यान देना चाहिए कि अगर डेंगू का कन्फर्म केस है तो सिर्फ पारासिटामोल टैबलेट का ही यूज करना चाहिए। इसके अलावा ब्रूफेन या निमोस्लाइड आदि किसी दवा का यूज नुकसानदेह हो सकता है।

मौसम में बढ़ी नमी, बढ़े डेंगू मच्छर

एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है और नमी वाले स्थानों में यह तेजी से ब्रीडिंग करता है। जमे या रुके हुए पानी में यह फैलता है। इसलिए कूलर, टायर आदि में पानी जमने न दें। गमलों में भी अगर पानी जमा हुआ हो तो उसे साफ कर लें। पिछले बार की तुलना में डेंगू ने भले भी थोड़ी देर से दस्तक दी हो, लेकिन इसका खतरा कम करके नहीं आंका जा सकता है। इसकी वजह है मौसम में चेंज। पिछले एक हफ्ते से टेम्परेचर में सामान्य से अधिक गिरावट हुआ है। इसके कारण डेंगू मच्छरों की ब्रीडिंग तेज हो गया है।

कब हो जाता है केस क्रिटिकल

जानकारी हो कि आम लोगों के शरीर में चार लाख से डेढ़ लाख क्यूबिक मिलीमीटर तक प्लेटलेट्स रहता है, लेकिन डेंगू होने पर यह डेढ़ लाख से कम हो जाता है। यह जितना घटता है वह उतना ही सिवियर होता है। इसका लक्षण है शरीर पर ब्लड का पैचेज दिखने लगता है। हालांकि इसका शुरुआती लक्षण है सिर में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जोड़ों में दर्द और ठंड के साथ हाई फीवर हो जाता है। ऐसा हो तो डॉक्टर से कांटैक्ट करना चाहिए।