- आलमगंज के पीरबैश मार्केट एरिया में युवक की डेथ, एक दर्जन से अधिक अब भी बीमार

- अलग-अलग जगहों पर कई पेशेंट्स का चल रहा ट्रीटमेंट

- जवान बेटे की मौत ने फैमिली वालों को हिला कर रख दिया

PATNA CITY : डेंगू का कहर पटना सिटी एरिया में अब भी जारी है। डेंगू फीवर ने शुक्रवार को एक युवक की जान ले ली। मौर्य विहार कॉलोनी, गाय घाट की दक्षिणी गली और पटन देवी एरिया के बाद आलमगंज एरिया में डेंगू ने अपना पांव पसार दिया है। आलमगंज के पीरबैश मार्केट एरिया में जहां ख्0 साल के मो। मोअजम रहमान की डेथ हो गई, वहीं एक दर्जन से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आने से गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। सभी का ट्रीटमेंट पटना और पटना सिटी के अलग-अलग हॉस्पीटलों में चल रहा है। डेंगू से पब्लिक को निजात दिलाने के लिए जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए तो मरने वालों की संख्या में और भी बढ़ोतरी हो सकती है।

तीन दिनों से चल रहा था ट्रीटमेंट

मो। मोअजम रहमान तीन-चार दिनों से बीमार था। तीन दिनों से उसका ट्रीटमेंट डा। प्रियदर्शी नारायण कर रहे थे। डेंगू ने अपने लपेटे में ऐसा लिया कि डॉक्टर का ट्रीटमेंट भी कुछ नहीं कर सका। जवान बेटे की डेथ से पिता मो। फरीद समेत पूरी फैमिली का रो-रो कर बुरा हाल है।

दो भाई भी हुए बीमार

मो। मोअजम के दो भाई होरम रहमानी और मोजमिल रहमानी भी डेंगू की चपेट में आ गए हैं। फिलहाल दोनों का ट्रीटमेंट प्राइवेट हॉस्पीटल में चल रहा है। अपने एक लाडले को खो चुके फैमिली वाले एक साथ दो जवान बेटों के बीमार पड़ने पर टेंशन में हैं।

पहले भी हो चुकी है डेथ

डेंगू की चपेट में आने से मो। मोअजम रहमान की ही सिर्फ डेथ नहीं हुई है। इसके पहले मौर्य विहार कॉलोनी में रहने वाले अभय कुमार सिंह की डेथ हुई थी, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग बीमार थे। अभय की डेथ के बाद नगर निगम और सिविल सर्जन की नींद टूटी थी।

न फॉगिंग, न छिड़काव

पटना में गंदगी भरी पड़ी है। एक-एक कर अलग-अलग एरिया में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। ऐसा नहीं कि पटना के सिविल सर्जन और नगर निगम को ये पता नहीं है। बावजूद इसके दोनों तरफ से लगातार लापरवाही बरती जा रही है। किसी भी एरिया में न तो फॉगिंग सही से हो रही है और न ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो पा रहा है।

खराब पड़ी मशीनें

नगर निगम के पटना सिटी सर्किल ऑफिस के जिम्मे क्7 पोर्टेबल फॉगिंग मशीनें हैं, जो पिछले कई महीनों से खराब पड़ी हैं। एक बड़ी मशीन है भी तो उससे सिर्फ मेन रोड पर ही फॉगिंग होती है। पटना सिटी में छोटी गलियों की भरमार है। ऐसे में पोर्टेबल मशीन का ठीक होना बेहद जरूरी है।

ब्लीचिंग पाउडर की कमी नहीं है। सारे सफाई इंस्पेक्टर को काफी मात्रा में पाउडर दिया गया है। इसके बाद भी कोई लापरवाही बरतता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

- अजय कुमार, एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, पटना सिटी सर्किल