वेडनसडे को दून में 85 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि

देहरादून में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 2183

पूर्व सीएम हरीश रावत ने दून हॉस्पिटल में भर्ती डेंगू के मरीजों का जाना हाल

एक नजर

व‌र्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की टीम ने वेडनसडे को कोरोनेशन अस्पताल व गांधी शताब्दी हॉस्पिटल का किया दौरा।

तीन सदस्यीय टीम ने अस्पताल प्रबंधन से डेंगू के मरीजों की रिपोर्ट भी की तलब।

प्रदेश में 154 और लोगों में डेंगू की पुष्टि।

प्रदेश में अब तक 3423 लोगों को लगा डेंगू डंक।

देहरादून,

दून में डेंगू का डंक गहराता ही जा रहा है। वेडनसडे को दून में 85 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। ऐसे में अब तक देहरादून में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 2183 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि विभागीय स्तर पर गठित टीमें घर-घर पहुंचकर लोगों को जागरूक कर रही हैं और लार्वा सर्वे भी किया जा रहा है। जिन घरों में मच्छर का लार्वा मिल रहा है, उसको नष्ट किया जा रहा है। बताया गया कि डेंगू से पीडि़त 3020 मरीज ठीक हो चुके हैं। जबकि विभिन्न सरकारी व निजी अस्पतालों में वर्तमान में 403 डेंगू के मरीज भर्ती हैं। इधर डेंगू को लेकर पॉलिटिक्स भी जारी है। वेडनसडे को प्रदेश के पूर्व सीएम हरीश रावत ने दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती डेंगू के मरीजों का हाल जाना। हरीश रावत ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार द्वारा बीमारी की रोकथाम व बचाव के लिए पूर्व से पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे।

डब्ल्यूएचओ की टीम का इंस्पेक्शन

डेंगू के प्रकोप के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम ने वेडनसडे को डालनवाला स्थित कोरोनेशन अस्पताल व गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय का दौरा किया। तीन सदस्यीय टीम ने अस्पताल प्रबंधन से डेंगू के मरीजों की रिपोर्ट भी तलब की। अस्पताल पहुंचने के बाद टीम में शामिल विशेषज्ञ चिकित्सकों ने डेंगू के मरीजों को भर्ती करने के लिए बनाए गए वार्डो का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों से बात कर उन्हें मिलने वाले उपचार के बारे में जानकारी भी ली। कोरोनेशन अस्पताल में डेंगू के 36 और गांधी शताब्दी अस्पताल में 31 मरीज भर्ती हैं। टीम ने पैथोलॉजी लैब से भी जांच का आंकड़ा जुटाया। मरीजों को दिए जा रहे उपचार व सफाई व्यवस्था से टीम कुछ हद तक संतुष्ट दिखी।

सीएचसी रायपुर में एलाइजा जांच

रायपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भी अब डेंगू की एलाइजा जांच होगी। यहां पर एलाइजा रीडर मशीन लगा दी गई है। थर्सडे से अस्पताल में मरीजों के ब्लड सैंपल की एलाइजा जांच की जाएगी। हालांकि वर्तमान में अस्पताल में एक ही तकनीशियन तैनात है। जिस पर पहले से ही काम का ज्यादा दबाव है। इस तरह से अब मरीजों की एलाइजा जांच करने में अस्पताल प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

हरीश रावत ने सरकार को घेरा

प्रदेश के पूर्व सीएम हरीश रावत ने वेडनसडे को दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती डेंगू के मरीजों का हाल जाना। साथ ही अस्पताल प्रबंधन से मरीजों को दिए जाने वाले उपचार की जानकारी भी ली। दून हॉस्पिटल के एमएस डॉ। केके टम्टा ने उन्हें बताया कि अस्पताल में डेंगू के 32 मरीज भर्ती हैं। मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में पूर्व सीएम ने डेंगू पर राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हर बार बरसात के मौसम डेंगू फैलता है। लेकिन इस बार सरकार द्वारा बीमारी की रोकथाम व बचाव के लिए पूर्व से पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। शुरुआती चरण में ही सरकार ने इस बीमारी से निपटने में चूक की। जिस वजह से पहाड़ व मैदान में डेंगू महामारी का रूप ले रहा है। उन्होंने कहा कि सीएम के पास स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा भी है। बावजूद इसके राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं।

प्रदेश में अब तक 3423 मरीज

वेडनसडे को प्रदेश में 154 और लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें 85 मरीज देहरादून से हैं। जबकि नैनीताल में 54 और ऊधमसिंह नगर में 15 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। प्रदेश में अब तक 3423 लोगों को डेंगू डंक मार चुका है। अब तक इस बीमारी से 11 मरीजों की जान भी जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस बार देहरादून के अलावा नैनीताल, हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर में डेंगू का मच्छर ज्यादा कहर बरपा रहा है। देहरादून में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 2183 हो गई है। जबकि नैनीताल में 1012, हरिद्वार में 104 व ऊधमसिंह नगर में अब तक 87 मरीजों को डेंगू का डंक लग चुका है। टिहरी में अब तक 15, पौड़ी गढ़वाल में 12, अल्मोड़ा में आठ और चंपावत व रुद्रप्रयाग में एक-एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।