-पुलिस मुख्यालय की अनुशंसा पर गृह विभाग में शुरू हुई कार्रवाई

-पोती से कम उम्र की बच्ची से की थी दुष्कर्म की कोशिश

-धनबाद के सरायढेला थाने में दर्ज हुई थी प्राथमिकी, जेल भेजे गए थे डीएसपी

रांची : पुलिस उप महानिरीक्षक कार्यालय संथाल परगना क्षेत्र दुमका में डीएसपी प्रशासन के पद से निलंबित पूर्व डीएसपी सुरेश प्रसाद पासवान के खिलाफ गृह विभाग ने विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएसपी सुरेश प्रसाद पासवान पर धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र में कक्षा छह की एक नाबालिग छात्रा (12 वर्ष) के साथ दुष्कर्म की कोशिश का आरोप है। इसी वर्ष अप्रैल माह में दर्ज इस कांड में आरोपित डीएसपी को सरायढेला थाने की पुलिस ने जेल भी भेजा था।

पोक्सो एक्ट की एफआईआर

उनपर छेड़खानी व पोक्सो अधिनियम में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। बताया जा रहा है कि डीएसपी वर्तमान में जमानत पर बाहर हैं। गृह विभाग ने डीएसपी सुरेश प्रसाद पासवान पर विभागीय कार्रवाई शुरू करने के पूर्व पुलिस मुख्यालय के माध्यम से नोटिस दिया था। पुलिस मुख्यालय ने नोटिस तामिला की रिपोर्ट से गृह विभाग को अवगत कराया है। अब डीएसपी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का घेरा कसना शुरू हो गया है।

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यह है मामला :

धनबाद के सरायढेला थाने में मामला आने के बाद धनबाद के एसएसपी किशोर कौशल के आदेश पर डीएसपी सरिता मुर्मू व महिला थाना प्रभारी मरिसटेला गुडि़या व एएसआई ममता कुमारी ने पीडि़ता का बयान लिया था। उसने पुलिस को बताया था कि वह स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी। सरायढेला थाना मोड़ के पास डीएसपी सुरेश प्रसाद पासवान ने छात्रा से गलत करने की कोशिश की थी और विरोध करने पर परिणाम भुगतने धमकी दी थी। छात्रा डीएसपी की पूर्व परिचित थी और उन्हें दादा जी कहती थी। उसने घर आकर मां से पूरी बात बताई थी, जिसके बाद यह खुलासा हुआ था। सुपरविजन में भी आरोपित डीएसपी के विरुद्ध कांड सत्य पाया गया था। डीएसपी सुरेश प्रसाद पासवान 1984 बैच के दारोगा हैं। अलग राज्य बनने के बाद वे झारखंड में आए। यहां प्रोन्नति से इंस्पेक्टर बने। 25 मई 2015 को उन्हें डीएसपी में प्रोन्नति मिली थी। इसी वर्ष 28 फरवरी को आईआरबी-2 मुसाबनी से उनका तबादला दुमका डीआईजी कार्यालय किया गया था। वह परिवार के साथ धनबाद में ही जगजीवन नगर डाक्टर कॉलोनी स्थित बीसीसीएल क्वार्टर में रहते हैं।