-पूर्व ब्लाक प्रमुख व कुख्यात बदमाश रमेश काका ने रची थी डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या की साजिश

-जेल में काका संग जेलर ने की थी सख्ती, शूटर समेत पांच बदमाश गिरफ्तार

-पिस्टल, गे्रनेड सहित घटना में प्रयुक्त दो बाइक बरामद, एक पार्षद भी अरेस्टेड

VARANASI: पिछले दिनों जिला जेल के डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या की अनसुलझी गुत्थी को बुधवार को पुलिस ने सुलझा लेने का दावा किया है। पुलिस के मुताबिक हत्या की साजिश मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख व शातिर अपराधी रमेश सिंह उर्फ काका ने रची थी। इसके पीछे वजह थी जिला जेल में उसके साथ डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की ओर से की गई सख्ती। इस बाबत पुलिस ने शूटर समेत पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक नाइन एमएम की देशी पिस्टल, चार कारतूस, एक ग्रेनेड, सिम कार्ड तथा घटना में प्रयुक्त बिना नंबर की दो बाइक बरामद की है।

जिम के बाहर मारी थी गोली

एसपी सिटी राहुल राज ने बुधवार को मीडिया के सामने गिरफ्तार बदमाशों को पेश किया। एसपी सिटी के मुताबिक ख्फ् नवंबर ख्0क्फ् की सुबह बदमाशों ने महावीर मंदिर के पास एक जिम के सामने जिला जेल के डिप्टी जेलर अनिल त्यागी पर गोलियां बरसाई थी। जिसके बाद उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। यह घटना लंबे अरसे तक पुलिस के लिए चुनौती बनी रही। एसएसपी की ओर से कैंट सीओ मुकेश चंद्र उत्तम व कैंट इंस्पेक्टर विपिन राय के नेतृत्व में टीमें गठित की गई थीं। टीम द्वारा घटना से संबंधित कुछ संदिग्धों के मोबाइल नंबर्स को सर्विलांस पर लगाकर सही अभियुक्तों को चिह्नित कर उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जाने लगा। इसी बीच मंगलवार की रात कैंट इंस्पेक्टर विपिन राय को सिक्रेट इंफॉर्मेशन मिली की डिप्टी जेलर हत्याकांड से जुड़े कुछ बदमाश हाईफाई हथियारों व ग्रेनेड के साथ शिवपुर की तरफ से टकटकपुर गैस गोदाम से होते हुए शहर में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने आ रहे हैं। इस सूचना के बाद पुलिस ने घेराबंदी कर पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया।

पूछताछ में खोला राज

एसपी सिटी के मुताबिक पकड़े गए बदमाशों ने पूछताछ दौरान डिप्टी जेलर हत्याकांड में शामिल होने की बात एक्सेप्ट की है। घटना में वांछित तीन अन्य आरोपियों की तलाश जारी है जबकि मास्टर माइंड रमेश काका इस समय बलिया जेल में निरुद्ध है। पकड़े गए बदमाशों में राजमंदिर, कोतवाली का सुजीत सिंह उर्फ सोनू सेठ मेन शूटर है। इसके अलावा सोनू का चचेरा भाई व राजमंदिर वार्ड (म्ख्) का पार्षद अजीत सिंह शरणदाता रहा। बौलिया लहरतारा का विनय कुमार सिंह, भैरोनाथ के सतीश गुप्ता व भुड़कुड़ा, गाजीपुर का अजय उर्फ आनंद सिंह भी शरणदाता व रेकी करने वाली टीम में शामिल थे। इन सभी का संपर्क मास्टर माइंड रमेश काका से जिला जेल में हुआ था। उस समय सभी एक साथ बंद थे। इनमें विनय कुमार सिंह यूपी एग्रो का प्रबंधक व रमेश काका का फाइनेंसर था। वह उस समय एंटी करप्शन के मामले में जेल में निरुद्ध था।

पिटाई का लिया बदला

एसपी सिटी के मुताबिक पूरी घटना के मास्टर माइंड रमेश उर्फ काका ने डिप्टी जेलर अनिल त्यागी से अपना बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। एसपी सिटी ने बताया कि काका एक बार जिला जेल में एक अपराध के लिए निरुद्ध हुआ था। उस दौरान जेल में अंदर जाते वक्त डिप्टी जेलर अनिल त्यागी ने काका के मुंह से चेकिंग के दौरान सिम कार्ड बरामद किया था और रमेश काका की पिटाई की थी। उस समय रमेश काका ने डिप्टी जेलर को हत्या की धमकी दी थी कि बेटी की शादी के बाद तेरा काम तमाम करुंगा। इस दौरान जेल में काका ने त्यागी को मारने के लिए कई अपराधियों से सम्पर्क साधा और जेल से छूटने बाद रमेश काका ने इन्हीं जेल संपर्कियों को अपने नेटवर्क में लेना शुरू कर दिया। अलग-अलग टीमें बनाई। एक टीम डिप्टी जेलर की रेकी करती थी तो दूसरी में शरणदाता शामिल थे। तीसरी टीम शूटरों की थी। हत्या के दिन भी शूटर्स और रेकी करने वालों ने पल-पल की सूचनाएं एक दूसरे से कोड वर्ड में शेयर की थी। इनमें से त्यागी के जिम से निकलने के बाद का कोर्ड वर्ड था माल तैयार है कर लो शॉपिंग।