-सिटी में रक्षाबंधन को लेकर सज गया बाजार, राखी के संग मिल रहा श्रीमद्भागवत गीता तो कहीं बिक रही रुद्राक्ष की राखियां

-छोटा भीम, स्पाइडर मैन से लेकर निंजा हथौड़ी कार्टून कैरेक्टर वाली अवेलेबल हैं राखियां

VARANASI

भाई-बहन के प्यार का त्यौहार रक्षाबंधन के आने में अब सप्ताह भर ही बाकी है। ऐसे में भाई-बहनों ने त्योहार को खास बनाने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। वहीं मार्केट में भी एक से बढ़कर एक अजब-गजब राखियां सज चुकी हैं। कहीं राखी संग श्रीमद्भागवत गीता मिल रहा है तो कहीं रुद्राक्ष की राखियां बहनों को अट्रैक्ट कर रही हैं। तो हर साल की तरह इस साल भी छोटे-छोटे भाईयों को अपनी बहन से डोरेमान, स्पाइडर मैन, छोटा भीम, बेनटेन, निंजा हथौड़ी आदि कार्टून कैरेक्टर वाली राखियां बंधवाने के लिए उनकी डिमांड भी तेज हो गई है। इनकी प्राइस मार्केट में बीस रुपये से लेकर दो सौ रुपये तक है।

लुभा रहीं चाइनीज राखियां

हर सेक्टर में अपना दखल दे रहे चाइना ने राखी के त्यौहार पर भी अपना प्रभाव छोड़ रखा है। राखियों के बाजार में इस बार भी चाइना ने एंट्री ले ली है। खास बात यह कि इंडियन राखियों की अपेक्षा चाइनीज राखियों की प्राइस बहुत कम है। लिहाजा कस्टमर्स को चाइनीज राखियां ज्यादा पसंद आ रही हैं। इसकी क्वॉलिटी व फिनिशिंग लोगों को काफी अट्रैक्ट कर रही है। इसके अलावा स्टोन वाली राखियों की भी खासी डिमांड है। मार्केट में बीस रुपये से लेकर डेढ़ सौ तक की राखियों की डिमांड सबसे ज्यादा है।

भइया की कलाई पर सोने का रंग

पिछले साल की तरह इस साल भी बहनें चांदी व सोने की राखियों को तरजीह दे रही हैं। सिटी की अधिकांश ज्वेलरी शॉप्स में सोने व चांदी की राखियों की डिमांड स्टार्ट हो गई है। इसके अलावा मार्केट में चंदन व रुद्राक्ष की राखियां भी अवेलेबल हैं। चंदन की एक राखी की प्राइस क्भ्0 से ख्00 रुपये तक है। जबकि रुद्राक्ष की राखियां भी सौ रुपये से ढाई सौ रुपये तक अवेलेबल हैं। दालमंडी, नई सड़क, चौक, लंका, अर्दली बाजार सहित अन्य एरिया में राखी की दुकानों पर भाई-बहनों की भीड़ उमड़ने लगी है।