-लेजर लाइट के थ्रू गंगा की लहरों पर दर्शन देंगे भगवान शंकर, पार्वती व अन्य देवी देवता

-देव दीपावली को भव्य बनाने के लिए पर्यटन विभाग ने कर ली तैयारी

-तुलसी घाट पर दिखेगा कश्मीर नजारा

महादेव की नगरी काशी में अगर आप भी भगवान शिव को देखने की इच्छा रखते हैं तो आपकी यह इच्छा जरुर पूरी होने वाली है। देव दीपावली देखने आने वाले पर्यटकों को इस बार अलग ही नजारा देखने को मिलेगा। घाटों पर जलते लाखों दीपों की रोशनी के साथ इस बार भी गंगा की लहरों पर देवों के देव महादेव के दर्शन होंगे। पर्यटन विभाग अपने पर्यटकों को लेजर-शो के जरिए महादेव व अन्य देवी देवताओं का दर्शन कराएगा। इसके लिए पूरी कार्य योजना तैयार कर ली गई है। यही नहीं देव दीपावली पर पहली बार ऐसा हो रहा है जब घाट पर सेल्फी प्वाइंट और सोशल मीडिया सेंटर अवेलेबल कराया जा रहा है।

20-20 मिनट के चार लेजर शो

शासन से लेकर प्रशासन तक की भागीदारी ने इस बार देवों के इस उत्सव को बेहद खास बनाने की तैयारी की है। पूरा प्रशासनिक अमला उत्सव को अद्भुत बनाने में जुटा है। राजघाट पर दीये जलने के बाद 20-20 मिनट के चार लेजर-शो में बाबा के दर्शन के साथ पूरे उत्सव की छटा गंगा की लहरों पर दिखेगी। वहीं पर्यटन विभाग की ओर से राजघाट पर चार सेल्फी प्वाइंट बनाने की तैयारी चल रही है। यहीं पर बनने वाले सोशल मीडिया सेंटर से पर्यटक सेल्फी लेने के बाद अपनी फोटो को फेसबुक, ट्वीटर, वॉट्सएप आदि पर अपलोड कर सकेंगे।

इस बार पहले से भी होगा खास

पर्यटन विभाग के ऑफिसर्स के मुताबिक इससे पहले जनवरी में एनआरआई मीट के मौके पर हुए लेजर-शो को लेकर पब्लिक से मिले फीडबैक को देखते हुए इस शो को देव दीपावली पर भी कराने का डिसीजन लिया गया है। इस बार यह शो पहले से भी बेहतर होगा। लेजर शो के जरिये बाबा का दर्शन कराने की इस योजना में करीब दस लाख रुपये खर्च होंगे।

लेजर शो से कश्मीर घाटी तक

एक तरफ जहां राजघाट पर लेजर शो के माध्यम से देवों के दर्शन होंगे। वहीं तुलसी घाट पर कश्मीर घाटी की अनोखी छवि भी देखने को मिलेगी। हर साल खास थीम पर होने वाली तुलसी घाट की देव दीपावली इस बार अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर को समर्पित होगी। इसे यादगार बनाने के लिए गंगा किनारे लाल चौक से लेकर डल झील, शिकारा और कश्मीर की संस्कृति की तस्वीरों को उकेरा जाएगा। कश्मीर से काशी का दिल का रिश्ता जोड़ने के लिए लाल चौक पर बने स्तम्भ के 60 फीट ऊंचे प्रतिरूप के सामने 2100 दीप जलाए जाएंगे। 'काशी टू कश्मीर' की खास थीम को बीएचयू के न्यूरोलॉजिस्ट प्रो। विजय नाथ मिश्रा ने तैयार की है। थीम को आकार देने के लिए लिए स्थानीय के साथ अन्य देशी-विदेशी कलाकार पहुंच चुके हैं।

दशाश्वमेध पर इंडिया गेट

वहीं दशाश्वमेध घाट पर होने वाला मुख्य उत्सव देश की रक्षा करते हुए अपनी जान कुर्बान करने वाले जवानों के नाम होगा। इसके लिए घाट पर बनने वाले इंडिया गेट और अमर जवान ज्योति के प्रतिरूप के समक्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन सेना की टुकड़ी सलामी देती हुई दिखाई देगी। वहीं अन्य घाटों समेत कुंड-तालाबों पर दीपों की सजावट से एकजुटता का संदेश देने की तैयारी है।

इस बार विभाग ने देव दीपावली को अद्भूत और भव्य बनाने के लिए बेहतरीन तैयारी की है। इसमें लेजर-शो बेहद खास होगा। इसके लिए प्राइवेट कंपनी का साथ लिया गया है।

अविनाश चंद्र मिश्रा, संयुक्त निदेशक, पर्यटन विभाग