-हजरतगंज न बन सका गोलघर

-फाइलों, बैठकों और बातों में रह गई योजना

-पार्किंग, लाइटिंग और सौंर्दयीकरण का था प्लान

GORAKHPUR: शहर के दिल गोलघर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। त्योहारी सीजन में जाम की सांसत बढ़ गई है। गोलघर में पार्किंग का इंतजाम न होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। पांच साल पूर्व गोलघर को हजरतगंज की तर्ज पर विकसित करने की योजना फाइलों में दबी रह गई। नगर निगम बोर्ड की बैठक में प्रपोजल पास होने के बावजूद मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाने का सपना पूरा नहीं हो सका। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि शहर में पार्किंग की व्यवस्था के लिए अन्य संस्थाओं से बातचीत की जा रही है। गोलघर में पार्किंग बनने से जाम की समस्या के समाधान में मदद मिलेगी।

यह लिए गए थे निर्णय

-गोलघर में सुंदर लाइट्स लगाई जाएगी। इसके मॉडल को सुधारा जाएगा।

-पटरियों का सौंर्दयीकरण कराकर फूलों वाले पौधे लगाए जाएंगे।

-दोनों ओर पटरियों पर लाइन बनाई जाएगी। रिक्शे के लिए अलग लेन बनेगी।

-गोलघर में नो वेडिंग जोन बनाया जाएगा। इसके लिए अलग से टीम लगेगी।

-काली मंदिर से स्टेशन रोड पर दाहिनी पटरी की ओर स्कूटर और बाइक पार्किंग बनाई जाएगी।

-कचहरी चौराहे से गणेश चौराहा तक नो वेंडर जोन का सख्ती से पालन कराया जाएगा।

- रिक्शा, फोर व्हीलर और बाइक लेकर चलने पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाएगी।

- दुकान के सामने लगे जनरेटर को व्यापारी उचित जगह पर रखे जाएंगे।

- अनुपयोगी हो चुके टेलीफोन के खंभों, डिवाइडर को हटाया जाएगा।

- सीवर की गंदगी फैलाने वालों को नोटिस दी जाएगी।

- पार्किंग के लिए जलकल बिल्डिंग में मल्टीस्टोरी पार्किग बनाई जाएगी।

यहां थी पार्किग की योजना

- गोलघर के तोता मैना शाह मजार

- जलकल बिल्डिंग

- काली मंदिर

- जीडीए टॉवर

कब-कब क्या हुआ

-2011 में गोलघर को लखनऊ के हजरतगंज के रूप में विकसित करने की योजना बनी

-2012 में नगर निगम की नई कार्यकारिणी का गठन

-एक फरवरी 2014 को नगर निगम कार्यकारिणी की दोबारा बैठक

-2014-15 में विभिन्न कामों के लिए 187 करोड़ रुपए का बजट पास

-दो माह पूर्व मीटिंग में आम राय से चार जगहों पर पार्किंग बनाने की चर्चा हुई

वर्जन

पार्किंग की व्यवस्था न होने से ट्रैफिक स्मूथ नहीं हो पा रहा है। शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। नगर निगम, डीजीए, बिजली विभाग सहित अन्य विभागों से कोआर्डिनेशन बनाकर इस समस्या के परमानेंट समाधान का उपाय खोजा जा रहा है।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक