- शाम चार बजे प्रवेश बंद होने पर बने हंगामे के हालात

- काफी संख्या में मायूस होकर वापस लौटे श्रद्धालु

Sardhana : ऐतिहासिक सरधना चर्च में लगे क्रिसमस पर्व पर गुरुवार को हजारों की संख्या श्रद्धालुओं ने प्रभु यीशु और माता मरियम के दर्शन कर मन्नत मांगी। साथ ही मेले में खरीदारी की। श्रद्धालुओं के सैलाब की वजह से व्यवस्थाएं भी चरमरा गई। चर्च में शाम चार बजे ही प्रवेश बंद होने पर एकबारगी हंगामे की स्थिति भी बन गई। काफी संख्या में श्रद्धालुओं को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा।

परम प्रसाद वितरित किया

क्रिसमस पर गुरुवार सुबह आठ बजे फादर केवी जॉर्ज, फादर जॉन मेंडोंसा, फादर यीशु, फादर मैथ्यू आदि ने विशेष प्रार्थना कराई। इसके बाद विश्वासियों को परम प्रसाद वितरित किया गया। एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी गई। भीषण सर्दी का सितम भी सुबह से जारी रही। सूरज काफी देर से निकला। जिसके चलते सुबह के समय श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। दोपहर होते होते दूसरे प्रांतों के साथ मेरठ, सरधना नगर व देहात से लोगों का आगमन शुरू हो गया। जिनमें सभी वर्गो के लोग शामिल रहे।

दर्शन कर मांगी मन्नत

श्रद्धालुओं ने चर्च के भीतर सजाई गई प्रभु यीशु के जन्म की झांकी 'चरनी' के अलावा कृपाओं की माता की चमत्कारी तस्वीर के दर्शन करते हुए मन्नत मांगी। काफी संख्या में लोगों ने संत जॉन सेमिनरी में छात्रों द्वारा सजाई गई चरनी की झांकी भी देखी। इसके अलावा चर्च के बाहर लगे मेले में दिन भर खरीददारों की भारी भीड़ उमड़ी। जिससे दुकानदारों के चेहरे खिले रहे।