सीर में मेला

संद गुरु रविदास के चरणों में मत्था टेकने के लिए लाखों श्रद्धालु सीर पहुंच चुके हैं। वहां पर मेले जैसा माहौल है। हर ओर सैकड़ों दुकानें सज गई हैं। कुल मिलाकर पूरा इलाका आस्था के रंग में रंग गया है। मंगलवार को जयंती मनाई जाएगी, इसके लिए कैसी हैं तैयारियां और वहां पर इस बार क्या-क्या है खास? हम बताएंगे अंदर के पेज पर।

संत गुरु रविदास के चरणों में मत्था टेकने जालंधर से पहुंचा श्रद्धालुओं का हुजूम

पूरा गांव बन गया है मेला क्षेत्र, रोड के दोनों किनारे में सज गई हैं दर्जनों दुकानें

VARANASI

बनारस के छोटे से गांव सीर का इन दिनों नजारा बदला-बदला सा है। अमूमन शांत रहने वाली सड़कों, पगडंडियों और खेतों में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। पूरा गांव एक मेले का रूप ले चुका है। जी हां, यह जुटान है अपने गुरु के चरणों में श्रद्धा समर्पित करने के लिए। लाखों की संख्या में यहां श्रद्धालु अपने गुरु संत रविदास के म्फ्8वें जन्मदिन को मनाने के लिए एकत्र हो रहे हैं। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं को लेकर बेगमपुरा एक्सप्रेस ट्रेन भी बनारस पहुंच गयी। श्रीगुरु रविदास जन्म स्थान पब्लिक चैरीटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष संत निरंजन दास के नेतृत्व में जालंधर से आया रविदासियों का हुजूम उमड़ा और पूरा इलाका आस्था के रंग में रंग गया। अपने देश के विभिन्न स्टेट्स के अलावा विदेशों से भी लोगों को हुजूम सीर पहुंच रहा है। तीन फरवरी को संत रविदास जी के जन्मदिन पर लोगों की भीड़ अपने चरम पर होगी।

सज गयी दुकानें

सड़क के दोनों किनारे सजी शॉप्स पर खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आर्टिफिशियल ज्वेलरी भी मिल रही हैं तो बनारसी साड़ी भी। तरह तरह के खिलौनों की दुकानें भी सजी है। गुरु के निशान के बैज, पोस्टर और साफे की दुकानों पर भी जमकर खरीदारी हो रही है। किसी को कुछ खाने पीने का मन हुआ तो उसके लिए भी यहां इंतजाम है। दुकानदारों के पास सांस लेने की फुर्सत नहीं है। सिर्फ इतना ही नहीं, गांव वाले श्रद्धालुओं को रहने के लिए कमरे मुहैया करा कर भी जोरदार कमाई कर रहे हैं। वो एक रूम का किराया पर डे चार से पांच हजार तक ले रहे हैं।

भजन-कीर्तन से गूंज रहा गांव

सीर गोवर्धन गांव में दर्जनों की संख्या में लगे तंबू कनात में हर तरफ भक्ति का माहौल दिखाई दे रहा है। देश-विदेश से पहुंची भक्तों की टोलियां भजन कीर्तन के जरिये गुरु संदेश का प्रसार कर रही हैं। ढोल नगाड़े की थाप और झांझ-मजीरे से निकल रहे स्वर श्रद्धालुओं को झूमने पर विवश कर दे रहे हैं। दूसरी ओर बने पंडालों में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ गुरु का प्रसाद ग्रहण कर अपने को धन्य महसूस कर रही है।

रसोई भी खास

श्री गुरु रविदास जन्म स्थान मंदिर ट्रस्ट की ओर से आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में तकरीबन फ्भ् लाख लोगों के जुटने की संभावना है। उनके रहने और खाने की बेहतरीन व्यवस्था इस पूरे आयोजन की खासियत है। आयोजन में पांच हजार से अधिक सेवादार ट्रैफिक ले लेकर मंदिर दर्शन, खान पान की व्यवस्था संभालते है। इतने लोगों के लिए एक साथ बनने वाली रसोई का इंतजाम भी देखने लायक होता है। बरसात के दिनों में होने वाली परेशानी से बचने के लिए इस बार तकरीबन साढ़े तीन हजार स्क्वॉयर फीट एरिया की परमानेंट रसोई बनायी गयी है। जिसके ऊपर हजार हजार लोगों के एक साथ बैठ कर खाने की व्यवस्था की गयी है। खाने पीने का सारा सामान पंजाब से आ रहा है। इसमें चावल, दाल से लेकर नमक, मसाला, सब्जियां तक शामिल हैं। मंदिर ट्रस्ट ने ख्भ्0 क्विंटल गेहूं, तकरीबन डेढ़ सौ क्विंटल चावल आदि का रिजर्व स्टॉक कर लिया है।