- उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड की पहली बैठक में लिए गए कई निर्णय

- पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व की सामग्री के संग्रहण को म्यूजियम बनाने का निर्णय

DEHRADUN: कोरोना संकट से उपजी परिस्थितियों में फिलहाल चारधाम यात्रा शुरू न होने के मद्देनजर लोग अब चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड की शुक्रवार को हुई पहली बैठक में निर्णय लिया गया कि जो लोग ऑनलाइन दर्शन करना चाहते हैं, उन्हें मंदिरों के गर्भगृह को छोड़ शेष परिसर के ऑनलाइन दर्शन एवं ऑडियो के माध्यम से पूजा-अर्चना की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। बोर्ड इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। बैठक में न्यायिक मामलों के लिए ट्रिब्यूनल का गठन करने, पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व की सामग्री के संग्रहण को म्यूजियम बनाने समेत कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

कई प्रस्तावों पर हुई चर्चा

शुक्रवार को बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सीएम आवास में हुई बैठक में मौजूदा परिस्थितियों समेत तमाम मसलों पर मंथन हुआ। सीएम ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि मंदिरों के आध्यात्मिक व पौराणिक स्वरूप को बनाए रखा जाए। ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था में भी धार्मिक मान्यताओं का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के साथ ही हक-हकूकधारियों के हितों का बोर्ड में पूरा ध्यान रखा जाएगा। बैठक में चारधाम समेत अन्य मंदिरों से जुड़ी प्रमुख पांडुलिपियों, प्राचीन मूर्तियों, प्रतीक चिह्नों समेत अन्य पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक महत्व की सामग्री के संग्रहण के लिए म्यूजियम बनाए जाने को मंजूरी दी गई। यह भी निर्णय लिया गया कि बोर्ड की नियमावली जल्द तैयार की जाएगी। बोर्ड के सीईओ को प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया। न्यायिक मामलों के लिए ट्रिब्यूनल गठित करने को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। इसके लिए सरकार चारधाम देवस्थानम अधिनियम में संशोधन करेगी। इसके साथ ही धार्मिक यात्रा के संचालन के लिए अंतरविभागीय समन्वय को मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति गठित की जाएगी। मंदिरों की संपत्ति, निधि, बहुमूल्य वस्तुओं आदि का अधिग्रहण कर इन्हें बोर्ड के प्रबंधन में अंतरित करने को बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन को अधिकृत किया गया। वह जिलों के डीएम के माध्यम से यह कार्रवाई करेंगे। साथ ही यह सुनिश्चित करेंगे कि हक-हकूकधारियों के हित सुरक्षित रहें और उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई न झेलनी पड़े। इस मौके पर बोर्ड की गतिविधियों के संचालन के मद्देनजर इसके लिए 10 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई। बदरी-केदार मंदिर समिति की अवशेष राशि भी बोर्ड में ट्रांसफर की जाएगी। साथ ही समिति के सभी कार्मिकों का समायोजन बोर्ड में होगा। बैठक में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज, विधायक महेंद्र भट्ट व गोपाल सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, सचिव वित्त सौजन्या, बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन मौजूद थे।

- उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड की पहली बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय

- बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सीएम आवास में हुई बैठक

- बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के ऑनलाइन कर सकेंगे दर्शन

- मंदिरों के गर्भगृह को छोड़ शेष परिसर के ऑनलाइन दर्शन एवं ऑडियो माध्यम से पूजा-अर्चना की मिलेगी सुविधा

- बैठक में न्यायिक मामलों के लिए ट्रिब्यूनल का गठन, पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व की सामग्री के लिए बनेगा म्यूजियम

- ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था में धार्मिक मान्यताओं का रखा जाएगा पूरा ध्यान

- बोर्ड की नियमावली जल्द की जाएगी तैयार

- चारधाम देवस्थानम अधिनियम में संशोधन करेगी सरकार

- बोर्ड की गतिविधियों के संचालन के लिए 10 करोड़ की राशि स्वीकृत

- समिति के सभी कार्मिकों का बोर्ड में होगा समायोजन

- बोर्ड में एसीईओ की होगी नियुक्ति, वित्त नियंत्रक का पद होगा सृजित

- बीकेटीसी के लिए बनी वेबसाइट का अधिग्रहण कर इसे करेंगे अपडेट

- बड़े दानदाताओं को भेजेंगे चारधाम का प्रसाद, करेंगे सहयोग की अपील

- गंगोत्री, यमुनोत्री समेत अन्य मंदिरों के हक-हकूकधारियों के तय होंगे हक