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कुल शातिर गिरफ्तार, पैसे लेकर जबरिया कराते थे लड़कियों की शादी।

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महिलाएं भी पकड़े गए गैंग में शामिल हैं, तीनों हैं सक्रिय सदस्य।

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पुरुषों की संख्या है पुलिस द्वारा गिरफ्तार गैंग में

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से चार लाख रुपए में करते थे नाबालिग लड़कियों का सौदा।

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से अधिक सिटी के महिला व पुरुष गैंग के हैं सक्रिय सदस्य।

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थानों, करेली व खुल्दाबाद की पुलिस ने गैंग को दबोचा

-नाबालिग लड़कियों को जाल में फंसाने के बाद पैसे लेकर जबरिया कराते थे शादी

-कई माह से जिले में एक्टिव था गैंग, कई प्रांतों व जिलों में सक्रिय हैं गुर्गे

PRAYAGRAJ: गुमशुदा नाबालिग लड़कियों को झांसे में लेकर उनक सौदा करने वाले गैंग का चेहरा रविवार को बेनकाब हो गया। इस गैंग के लोग फर्जी पुलिस व बाल विवाह अधिकारी बन कर रेलवे स्टेशनों पर ऐसी लड़कियों को शिकार बनाते था। अफसरों की तरह बात करने में माहिर गैंग के सदस्य जिले में कई माह से एक्टिव थे। गैंग के गुर्गे सिर्फ प्रयागराज ही नहीं, राजस्थान, दिल्ली, झारखण्ड, हैदराबाद, गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल, मुंबई, दिल्ली नोएडा सहित कई राज्यों व जनपदों में फैले हुए हैं।

जांच में हुआ खुलासा

इस गैंग की कारस्तानी तब सामने आई जब मध्य प्रदेश सतना स्थित अमरपाटन थाने के खड़नसेरा निवासी मुकेश कुमार पुत्र रामलाल साकेत ने खुल्दाबाद में बहन के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी तो पूरा का पूरा गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गया। एसपी सिटी बृजेश कुमार श्रीवास्तव व एसपी क्राइम आशुतोष मिश्र ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा किया।

इस तरह बिछाते थे जाल

-पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह फर्जी पुलिस व बाल विवाह अधिकारी बन कर रेलवे स्टेशन पर घूमते थे।

-गैंग के बाकी सदस्य इनके साथ हमराह और लिपिक के तौर पर डायरी आदि लेकर चला करते थे।

-स्टेशनों पर इनकी नजर ऐसी नाबालिग लड़कियों पर होती थी जो घर से भागी होती थीं, या गुमशुदा होती थीं।

-गैंग स्टेशन पर गरीब नाबालिग लड़कियों को भी अपने झांसे में फंसाया करता था।

-अभियुक्तों ने कबूल किया कि वे इन लड़कियों को देखते ही उन पर कार्रवाई व घर पहुंचाने का दबाव बनाते थे।

-लड़कियां उन्हें अधिकारी व पुलिस समझ कर उनके साथ चली जाया करती थीं, गैंग उन्हें अपने अड्डे पर ले जाता था

-वहां से गैर प्रदेशों व जनपदों में फैले एजेंटों से ऐसे लड़कों की तलाश कराते थे जिनकी शादी नहीं होती थी।

-सौदा तय होने के बाद गैंग में से ही कुछ लोग लड़की के परिजन बनकर दो से चार लाख रुपये लेकर फर्जी शादी करा देते थे।

-शादी कराने के बाद पैसे लेकर वे फर्जी शादी प्रमाण पत्र यानी स्टाम्प पर नोटरी बनाकर भी दे दिया करते थे।

बाक्स

पकड़े गए गैंग में शामिल अभियुक्त

सिमरन पत्नी जानू सोनकर निवासी हिम्मतगंज थाना खुल्दाबाद, सोनी उर्फ स्नेहा पांडेय पुत्री नीरज पांडेय निवासी इलाहाबाद बैंक के सामने लोकनाथ चौराहा कोतवाली, नीतू साहू पत्नी शिव बाबू साहू निवासी कांशीराम कॉलोनी एडीए नैनी, प्रदीप कुमार पुत्र भगवती दीन निवासी आनन्द नगर थाना नैनी, जानू सोनकर पुत्र स्व। मक्खनलाल निवासी हिम्मतगंज थाना खुल्दाबाद, डब्लू साहू पुत्र गंभीरे निवासी चाट वाली गली नया पुरवा करेली, अमित कुमार पुत्र श्याम लाल निवासी दानमण्डी गोकुण्डा थाना चंदेरी जिला चित्तौड़गढ़ राजस्थान, दिलवर हबीब पुत्र अली गुलाम निवासी शंकरगढ़ रोड नारीबारी, लकी श्रीवास्तव पुत्र श्यामजी सिन्हा निवासी पुराना बैरहना थाना कीडगंज, संतोष साहू पुत्र ननकू साहू निवासी नई बस्ती थाना करेली मूल पता कन्जापार थारा करारी कौशाम्बी हैं।

बरामद किए गए सामान

पकड़े गए गैंग के पास से पुलिस ने एक लूट मोबाइल, पुलिस की फर्जी आईडी चार व चार अदद आधार कार्ड वह भी फर्जी बरामद किए हैं। इसी तरह फर्जी दो निर्वाचन कार्ड, डीएम प्रयागराज की फर्जी मोहन, पुलिस उप महानिरीक्षक पीएचक्यू प्रयागराज की फर्जी मोहर, एक बाल विवाह अधिकारी की आइडी, शादी की नोटरी व काफी संख्या में लड़कियों के आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज एवं 11 मोबाइल और 1900 रुपए नकद बरामद किए गए हैं।