-देहरादून सीएमओ कार्यालय से हरिद्वार नहीं भेजी गई रिपोर्ट

-लापरवाही से पांच दिन मरीज के कूलर में ही पनपता रहा डेंगू का लार्वा

DEHRADUN डेंगू की रोकथाम के लिए भले ही स्वास्थ्य विभाग बड़े बड़े दावे कर रहा हो, लेकिन हकीकत इसके उलट है। रुड़की के पुरानी तहसील के अधिवक्ता को डेंगू की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की पोल खुल गई है। वहीं इस मामले में देहरादून सीएमओ कार्यालय की लापरवाही भी उजागार हुई है। रुड़की सीएमआई अस्पताल से देहरादून सीएमओ कार्यालय को मामले की सूचना समय पर मिलने के बाद भी हरिद्वार सीएमओ कार्यालय को समय रहते सूचना नहीं पहुंचाई गई।

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सोता रहा दून सीएमओ विभाग

देहरादून, हरिद्वार के बाद रुड़की में डेंगू पैर पसारने लगा है। रुड़की में सामने आए मामले में देहरादून सीएमओ कार्यालय की लापरवाही के कारण रुड़की के पुरानी तहसील में एक भ्भ् वर्षीय अधिवक्ता में डेंगू के लक्षण मिले हैं। तीन अगस्त को अधिवक्ता को बुखार की शिकायत थी, जिसके चलते परिजनों ने अधिवक्ता को सीएमआई अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया था। डेंगू के मरीज की जानकारी सीएमआई अस्पताल प्रबंधन द्वारा समय से सीएमओ कार्यालय देहरादून को दी गई, लेकिन समय से हरिद्वार सीएमओ कार्यालय को सूचना नहीं दी गई।

लार्वा ने पसारे पैर

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण लार्वा मरीज के घर के बाहर कूलर में मौजूद रहा। वहीं जब क्ख् अगस्त को सूचना हरिद्वार सीएमओ कार्यालय को दी गई, जिसके बाद क्फ् अगस्त को जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कूलर में मौजूद लार्वा को नष्ट कराया। ---

डेंगू के मरीज की सूचना क्ख् अगस्त को हमें मिली, जिसके बाद अभियान चलाकर लार्वा नष्ट कराया गया। एमएनए को पत्र लिखा गया है कि वे कीटनाशकों का छिड़काव कराएं।

गुरनाम सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी, हरिद्वार

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डेंगू के केस की हमें पहले जांच करनी पड़ती हैं। इसके बाद ही पॉजीटिव रिपोर्ट को हरिद्वार सीएमओ ऑफिस भेजना होता हैं। मामला रुड़की सीएमआई से आया तो था, लेकिन उसका क्या हुआ पता करना पड़ेगा।

जगदीश बहुगुणा, जिला मलेरिया अधिकारी, देहरादून

दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि

जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें एक मरीज हरिद्वार और दूसरा सहारनपुर का है। अब तक कुल छह मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है।

डेंगू के कारण स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा है। पिछले दिनों जौलीग्रांट अस्पताल में हरिद्वार और सहारनपुर से दो मरीज भर्ती किए गए थे। इनमें डेंगू के लक्षण पाए गए। इसके बाद सैंपल एलाइजा टेस्ट के लिए भेजे गए। फ्राइडे को दोनों ही मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई। देहरादून के मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय ने सभी अस्पतालों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ डॉ। एसपी अग्रवाल ने बताया पिछले दो माह में छह मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें एक सिनर्जी अस्पताल, एक निर्मल आश्रम और चार मामले जौलीग्रांट अस्पताल के हैं।